उपचुनाव के दौरान हुई थी हिंसा बता दें कि रविवार को बली गांव में उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा में अनित गुर्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोली मारने का आरोपी विजय धामा चुनाव तो जीत गया लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से अभी बाहर है। अनित गुर्जर की हत्या के बाद से गुर्जर समाज में रोष था। उसके परिजनों को सांत्वना देने के लिए भाजपाइयों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। सबसे पहले हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक अनित के घर पहुंचे थे और हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। बुधवार को अनित की शोकसभा में कप्तान अजय साहनी बली गांव पहुंचे। वहां उन्होंने उसके तीन बच्चों को गोद लेकर सराहनीय कदम उठाया। शोकसभा में एसएसपी अजय साहनी ने परिजनों से मिलकर उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
आरोपी का नहीं लगा सुराग परीक्षितगढ़ के बली गांव में प्रधान के बेटे की हत्या के बाद जहां आरोपी विजय धामा का कोई सुराग नहीं लग सका है, वहीं दोनों गांवों में तनाव की स्थिति बरकार है। एसएसपी ने कहा कि आरोपी को किसी तरह की कोई माफी नहीं मिलेगी। उसे गिरफ्तार कर हर संभव कठोर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि अनित गुर्जर की जिला पंचायत उपचुनाव के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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