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मोदी आैर योगी के राज में अब बिजली भी जनता को दिखाने लगी नखरे, लोगों के घरों में इतने घंटे रहा अंधेरा सात घंटे तक न बिजली, न पानी साइक्लोन ‘तितली’ के कारण वेस्ट यूपी के मौसम में आए बदलाव के कारण सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे तेज हवा आैर बारिश के कारण शहर के कर्इ क्षेत्रों की आपूर्ति ठप हो गर्इ है। इनमें शताब्दी नगर ट्रांसमिशन से जुड़े 33 केवी टाउन हाल आैर पीएल शर्मा बिजलीघरों में करीब साढ़े ग्यारह बजे से आपूर्ति ठप हो गर्इ थी। चेकिंग पर पता चला कि शताब्दी नगर के पास ही 33 केवी अंडर ग्राउंड केबिल डेमेज हो गया। इसके कारण टाउन हाल आैर पीएल शर्मा बिजलीघरों की आपूर्ति ठप हो गर्इ। इस केबिल के फाॅल्ट को ठीक करने के लिए रामलीला ग्राउंड, माधवपुरम, शारदा रोड, मोहकमपुर बिजलीघरों समेत कर्इ क्षेत्रों की आपूर्ति भी ठप हो गर्इ। बिजली के जाते ही पानी की आपूर्ति भी बाधित रही आैर नवरात्रि के दिनों में लोग पानी को तरस गए।पीवीवीएनएल के अफसरों का कहना है कि 33केवी अंडरलाइन केबिल में फाल्ट था, जिसे ठीक करा दिया गया है।
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नोएडा के इस नामी स्कूल में पकड़ी एनसीआर की सबसे बड़ी बिजली चोरी, अफसरों ने लोगों को दे डाली ये चेतावनी नवरात्रि पर कभी नहीं रही एेसी स्थिति बिजली-पानी से बिलबिलाए लोग बिजली के बारे में पूछने गए तो उन्होंने बिजली विभाग आैर योगी सरकार पर जमकर गुस्सा उतारा। इनका कहना था कि अखिलेश राज में बिजली-पानी की कभी इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ी, जितनी अब नवरात्रि में उठानी पड़ रही है। दरअसल, इन दो बिजलीघरों के अंडरग्राउंड फाल्ट को ठीक करने के दौरान ट्रांसमिशन से अन्य बिजलीघरों की आपूर्ति भी ठप कर दी गर्इ थी। आपूर्ति करीब शाम सात बजे के आसपास सामान्य हुर्इ। इस दौरान पानी की आपूर्ति भी ठप रही।
तीन दिन पहले भी था बिजली का यह हाल गुरुवार से पहले साेमवार आठ अक्टूबर को दोपहर बारह बजे ट्रांफार्मर खराब आैर लाइन में फाॅल्ट के चलते मोदीपुरम 220 केवी ट्रांसमिशन से जुड़े तीन बिजलीघरों सोफीपुर, एमर्इएस आैर पुराना आरटीआे में ट्रांसफार्मर व केबिल फाॅल्ट के कारण दस रात बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। इससे कैंट क्षेत्र, रुड़की रोड आैर शास्त्रीनगर क्षेत्र के घरों में बिजली आपूर्ति जबरदस्त बाधित रही आैर लोग पानी को भी तरस गए थे। इसके अलावा मोहकमपुर बिजलीघर से जुड़ी नर्इ बस्ती की एलटी लाइन में करंट आ गया था। इस लाइन को ठीक करने में लोगों को बिजली-पानी की किल्लत झेलनी पड़ी थी।