माता-पिता ने खोई सुध पश्चिमी यूपी सब एरिया मुख्यालय को जम्मू से सेना के जरिए सूचना भेजी गई थी कि मेजर केतन शर्मा आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए हैं। इसके बाद शहीद के माता-पिता तो जैसे अपनी सुध ही खो बैठे। देर रात शहीद मेजर की मां ऊषा की हालत खराब हो गई। घर पर ही डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
आज पहुंचेगा शहीद का शव मंगलवार दोपहर तक शहीद मेजर का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचेगा। वहां सेना प्रमुख श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद पार्थिव शरीर मेरठ लाया जाएगा। मेजर केतन शर्मा माता-पिता की इकलौती संतान थे। उनकी एक बहन मेघा हैं। पिता मोदी कांटिनेंटल से रिटायर हैं। वर्ष 2012 में केतन शर्मा आईएमए देहरादून से सेना में लेफ्टिनेंट बने थे। 57 इंजीनियर रेजीमेंट में पहली पोस्टिंग पुणे में हुई थी। दो वर्ष पूर्व अनंतनाग में उनका तबादला हुआ था।
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पत्नी ने कहा, मुठभेड़ में जाने से पहले की अंतिम बार बात शहीद मेजर केतन शर्मा की शादी दिल्ली निवासी ईरा से हुई थी। इन दोनों की एक पुत्री है, जो करीब तीन साल की है। ईरा ने बताया कि मेजर जिस समय ऑपरेशन पर जा रहे थेे, उस दौरान अंतिम बार बात की थी। ईरा ने मेजर को गुड लक कहा था। मेजर के शहीद होने की खबर जब आई तो उनकी पत्नी ईरा मायके में थी।
मुख्यमंत्री ने किया ऐलान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद मेजर केतन शर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने शहीद के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की और 25 लाख रुपये आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर नौकरी देने का भी ऐलान किया। इसके अलावा मेजर की याद में गृह जनपद में एक सड़क का नामकरण भी किया जाएगा।
घर पर लगा लोगों को तांता वहीं, मेजर की शहादत की खबर सुनकर मेरठ के रिटायर्ड सैन्य अधिकारी और सैनिक उनके घर पहुंच गए। शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देने के लिए क्षेत्र के लोगों का तांता लग गया। भाजपा के कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल सहित क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति और व्यापारी नेता भी उनके घर पहुंचे।
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