मंत्रालय से हरी झंडी का इंतजार प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद ने बताया कि टोल वसूली की पूरी तैयारी हो चुकी है। इसके लिए सिर्फ मंत्रालय से हरी झंडी का इंतजार है। अगर टोल वसूली शुरू हो जाती है तो मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे पर पिछले छह महीने से मुफ्त में फर्राटा भर रहे वाहनों को टोल शुल्क देकर ही इस पर चलना होगा। चिपियाना (अलीगढ़ रेल लाइन) में छह लेन का रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) तैयार होने के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने परिवहन मंत्रालय से टोल वसूली की मंजूरी मांगी है। यह टोल टैक्स सराय काले खां से मेरठ के बीच एक सितंबर से शुरू हो जाएगा।
पूरी तरह से तैयार हो चुका है एक्सप्रेस-वे एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद के अनुसार अब सराय काले खां से मेरठ के बीच दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से तैयार हो चुका है। मेरठ से सराय काले खां तक टोल की दर 100 से 140 रुपये के बीच रह सकती है। दरें मंत्रालय को भेजी जा चुकी हैं। जिसके बाद मंत्रालय को इस पर मंजूरी देनी है। एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण (यूपी गेट से डासना) में चिपियाना आरओबी का काम पूरा न होने के कारण मंत्रालय से टोल वसूली के प्रस्ताव को रोक दिया था। मंत्रालय का तर्क था कि कम से कम छह लेन यातायात के लिए उपलब्ध होने पर ही टोल वसूली हो।
नए आरओबी पर हो चुका है लोड टेस्ट एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि छह लेन के नए आरओबी पर लोड टेस्ट हो चुका है, जिसे अभी यातायात के लिए खोला गया है, लेकिन मंगलवार को फिर से बंद किया जाएगा। क्योंकि अभी स्ट्रीट लाइट के लिए खंभों की फिटिंग व अन्य काम बचा है, जिसे एक बार बंद करने पर चार से पांच दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
ये हो सकती हैं टोल की दरें एनएचएआई ने टोल वसूली का प्रस्ताव 1.60 से दो रुपये प्रति किमी की दर से करने का प्रस्ताव भेजा है। जिस चरण में आरओबी, अंडरपास या एलिवेटेड रोड की संख्या ज्यादा है, उस चरण में दो रुपये प्रति किमी तक की दर से टोल वसूली होगी। सराय काले खां से मेरठ के बीच 125 से 135 रुपये टोल वसूली हो सकती है। डासना से मेरठ के बीच 60 रुपये टोल वसूलने का प्रस्ताव है।