ये तो हैं एसएसपी मेरठ द्वारा कही जा रही जांच की बात। लेकिन अब जरा नजर डालते हैं। उन लावारिस बरामद हुए शवों पर। जो पुलिस के लिए एक पहेली बने हुए हैं। जिले में पिछले पंद्रह दिन के भीतर छह शव बरामद हुए हैं। जिनकी पहचान आज तक नहीं हो पाई है। बता दें कि हत्यारोपियों ने केस खुलने के डर से हत्या करने के बाद शव को दूसरे जिले की सीमा में या फिर कहीं और फेक देते हैं। हत्यारोपी पहचान भी मिटा देते हैं। जिससे शव की शिनाख्त करना काफी मुश्किल होता है। मेरठ में गत 28 जून को सेन्य क्षेत्र में युवती की सिर कटी लाश बरामद हुई थी। जिसके बारे में आज कोई सुराग नहीं लग सका। पुलिस की तफ्तीश जारी है। सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए लेकिन अभी तक कोई अहम सुराग नहीं मिला। इस शव की शिनाख्त के लिए कंकरखेड़ा और सरूरपुर के दो परिवार पहचान करने के लिए पहुंचे पर पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस ने अब शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
गत रविवार को भी सरधना के मढ़ियाई गांव में सड़क किनारे युवती का शव मिला। इसकी पहचान नहीं हो पाई। वहीं इससे पहले गत मंगलवार को थाना खरखौदा क्षेत्र के बिजली बंबा चौकी क्षेत्र में जुबैदा मस्जिद के पीछेभी एक युवक का शव मिला था। इतना ही नहीं खरखौदा क्षेत्र के अलीपुर के पास एक युवक का अधजला शव मिला था। शुक्रवार को भी जानी थाना क्षेत्र के गांव चंदौरा के जंगल में एक व्यक्ति का शव मिला। ये सभी शव पुलिस के लिए पहेली बने हुए हैं।