गौरतलब है कि शुक्रवार की रात मोहिउद्दीनपुर चैकी इंचार्ज सुखपाल सिंह पंवार अपनी एक महिला अधिवक्ता के साथ कंकरखेड़ा स्थित ब्लैक पेपर रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। आरोप है कि इस दौरान हुए विवाद में महिला ने दरोगा की पिस्टल निकालकर रेस्टोरेंट के स्टाफ पर तान दी। आरोप है कि विभागीय मामला होने के कारण पुलिस ने उल्टा महिला अधिवक्ता की तहरीर पर रोस्टोरेंट मालिक और वार्ड 40 के भाजपा पार्षद मनीष चैधरी को मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, इस मामले का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें साफ दिख रहा है कि महिला अधिवक्ता ने होटल में जमकर तोड़फोड़ की। यह भी कहा गया कि महिला ने शराब के नशे में कांच की प्लेट और मेज पर रखी क्रॉकरी को दीवार पर लगी एलसीडी पर मार मारकर तोड़ा था। इसके बाद भी पुलिस अपने दरोगा के बचाव में खड़ी दिखाई दी।
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पुलिस ने मारपीट के आरोपी पार्षद को शनिवार को जेल भेज दिया था। महिला वकील और दरोगा की ओर से कंकरखेड़ा थाने में आरोपी पार्षद के खिलाफ अलग-अलग दो मुकदमे दर्ज कराए गए थे। वहीं, वर्दी में शराब पीकर घूमने वाले दरोगा सुखपाल सिंह को भी अनुशासनहीनता का दोषी मानते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया था। इसी के साथ शनिवार को आरोपी को कोर्ट में पेश करने ले जाती कंकरखेड़ा पुलिस की बुलेरो रोककर आरोपी को छुड़ाने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। एएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि महिला वकील दीप्ती चैधरी की तहरीर पर आरोपी भाजपा पार्षद मनीष चैधरी उर्फ मिन्टू के खिलाफ मारपीट और लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, दीप्ती से मिलने होटल पहुंचे मोहिउद्दीनपुर चैकी इंचार्ज सुखपाल सिंह के साथ आरोपी मनीष चैधरी द्वारा की गई मारपीट के मामले में दरोगा की तहरीर पर एक अन्य मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों मुकदमों में आरोपी भाजपा पार्षद मनीष चैधरी को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। आरोपी के रेस्टोरेंट और जिम की भी जांच की जा रही है। खुद एसएसपी अखिलेश कुमार ने रेस्टोरेंट पहुंचकर वहां पर कार्यरत कर्मचारियों से बात की थी। रेस्टोरेंट के चार कर्मचारियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है।