माना जा रहा है कि इससे फर्जी शादियों के अलावा बाल विवाह पर भी लगाम लगेगी। वहीं जबरन विवाह कराने पर भी अंकुश लगेगा। इतना ही नहीं पंजीयन के दौरान गलत या झूठी सूचना देने पर दो साल की जेल के साथ ही 10 हजार रुपये का जुर्माना भी भरना होगा। पंजीकरण की पूरी प्रक्रिया आनलाइन होगी। इसके लिए जरूरी सभी सूचनाए विवाह पंजीकरण संबंधी वेब पोर्टल पर दर्ज होगी। अभी तक राज्य में वहीं लोग शादी का जरूरी रजिस्ट्रेशन कराते थे जो विदेश जाते थे या फिर कोई कानूनी काम होता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा सभी को इसका पंजीकरण अनिवार्य होगा।
बाल विवाह पर लगेगा अंकुश बता दें कि आए दिन ऐसे मामले आते रहते हैं जबकि नबालिग लड़कियों का जबरन विवाह कराया जाता है। इस कानून के लागू होने से इस पर अंकुश लगेगा। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन संबंधी विवाद होने पर पति कभी०कभी महिला को अपनी पत्नी मानने से ही इनकार कर देता है। इससे महिला भरण पोषण, संपत्ति में हिस्से से वंचित हो जाती है और उसे घरेलू हिंसा का शिकार भी होना पड़ता है। विवाह पंजीकरण के अनिवार्य होने से ऐसा नहीं होगा और बाल विवाह पर भी अंकुश लगेगा।