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अब तंबाकू-गुटखे और सिगरेट बेचने के लिए लाइसेंस जरूरी, नहीं तो भरना होगा भारी जुर्माना, जानें नया नियम उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद सभी 75 जिले में लगे कोरोना कर्फ्यू को वापस लेते हुए वीकेंड और नाइट कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किए हैं। वहीं, मेरठ में शनिवार और रविवार को वीकेंड कर्फ्य और सोमवार को साप्ताहिक बंदी का हवाला देते हुए लगातार तीन दिन बाजार बंद करने के आदेश दिए गए थे। श्रम विभाग ने यहां सोमवार को भी सभी बाजारों को बंद रखने के आदेश जारी किए थे। व्यापारिक संगठनों के विरोध के फैसले के बाद आखिरकार जिला प्रशासन ने बैकफुट पर आते हुए सोमवार की साप्ताहिक बंदी के दिन शनिवार में तबदील कर दिया है। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने सोमवार को मेरठ के बाजारों को भी अनलॉक करने का आदेश जारी कर दिया है।
व्यापारियों ने दी थी बाजार खोलने की चेतावनी बता दें कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान बंद रहे प्रतिष्ठानों के कारण व्यापारियों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान हुआ है। वहीं, जब प्रदेशभर में पांच दिन बाजार खोले जा रहे हैं और मेरठ में चार दिन तो व्यापारियों रोष पनपने लगा था। व्यापारियों का कहना था कि लगातार दूसरी साल लंबे समय तक बाजार बंद रहने से काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अब तीन दिन की बंदी से भी काफी नुकसान होगा। उन्होंने सोमवार की साप्ताहिक बंदी पर कड़ा ऐतराज जाहिर किया था। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर फैसला वापस नहीं लिया गया तो वे बाजार खोल देंगे।
जिलाधिकारी का जताया आभार मेरठ के संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार की साप्ताहिक बंदी के मुद्दे को लेकर बैठक की थी। बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने जिलाधिकारी और कमिश्नर से सोमवार की साप्ताहिक बंदी पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। वहीं, स्पोर्ट्स गुड्स व्यापार संघ के अध्यक्ष अर्जुन सिंघल ने कहा था कि कोरोना काल में व्यापारियों ने शासन और प्रशासन का पूरा सहयोग किया। वे अभी भी वीकेंड कर्फ्यू के नियमों का पालन कर रहे हैं। व्यापारियों पर सोमवार की साप्ताहिक बंदी न थोपें। व्यापारियों ने अब आदेश वापस लेने पर जिलाधिकारी का आभार जताया है।
इन पांच जिलों में सर्वाधिक सक्रिय केस यहां बता दें कि जिन 5 जिलों में कोरोना के सक्रिय केस 300 से अधिक हैं, उनमें सबसे ऊपर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। 454 सक्रिय केस के साथ लखनऊ पहले स्थान पर है। जबकि 428 केस के साथ गौरखपुर दूसरे और आजमगढ़ 384 केस के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं मेरठ में 340 और प्रयागराज में 302 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। प्रदेश में अब तक 17 लाख लोग कोरोना पाजिटिव पाए जा चुके हैं, जिनमें से 16.7 लाख लोग स्वस्थ हुए हैं। इस तरह रिकवरी रेट 98.1 फीसदी है।