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800 करोड़ कीमत वाले चर्चित बंगले 210 बी में दो साल बाद फिर गरजा महाबली, जानिए इस बार क्या हुआ 29 अप्रैल को है कूर्म जयंती वैशाख मास की पूर्णिमा को कूर्म जयंती मनार्इ जाती है। इस बार यह 29 अप्रैल दिन रविवार को मनार्इ जाएगी।
ज्योतिष में इस दिन का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु की पूजा करने से सुख व एेश्वर्य में वृद्धि होती है। भारतीय मान्यताआें के मुताबिक इसी तिथि को भगवान ने कूर्म यानि कछुए का अवतार लेकर मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण करके देवताआें आैर असुरों के बीच समुद्र मंथने में सहायता की थी, क्योंकि भगवान कूर्म की पीठ पर मंदराचल पर्वत तेजी से घूमने लगा आैर इसलिए समुद्र मंथन हो सका था।
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अमीनों को वसूली में इस तरह से बनाया जा रहा स्मार्ट, नर्इ व्यवस्था के बारे में जानिए वास्तु दोष के लिए एेसे करें पूजा-अर्चना कूर्म जयंती पर विष्णु के भगवान कूर्म अवतार पर कच्छप या कछुआ का विशेष महत्व है। पंडित महेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि मकान या किसी अन्य रहने या
काम करने वाले स्थान पर कछुआ रखना आैर उसकी पूजा करना निर्माण संबंधी सारे विकारों को दूर करता है। वास्तु दोष के लिए भगवान कूर्म की पूजा करना श्रेष्ठ है। अपने मकान में समस्त वास्तु दोष से त्रस्त हैं तो
मंत्र ‘ॐ ह्रीं कूर्माय वास्तु पुरुषाय स्वाहा’ का जाप आैर भगवान कूर्म की पूजा करनी होगी। इसके लिए लाल चंदन आैर केसर कुमकुम मिलाकर साफ जगह पर कछुए की आकृति बना लें, इसके मुंह की आेर
सूर्य व पिछले हिस्से की आेर चंद्रमा बना लें। इसके लिए किसी भी धातु के कछुए का पूजन भी कर सकते हैं। इसके सामने दीपक व धूप प्रज्जवलित करने के बाद समुद्र व गंगाजल अर्पित करें। भगवान कूर्म के सामने रुद्राक्ष की माला से कम से कम 11 माला का मंत्र जाप करें। इससे ज्यादा भी कर सकते हैं। इसके बाद जहां आप रहते हैं उसके घर के चारों आेर छोटे-छोटे कछुए के निशान बना दें। कूर्म जयंती पर एेसा करने से मकान में किसी भी तरह का वास्तु दोष खत्म हो जाएगा।
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बुआ-भतीजे के खास सिपाहियों का लेडी सिंघम ने कर दिया एेसा इलाज कि मुंह से नहीं निकल रही आवाज! कूर्म जयंती पर यह करने से होगा फायदा कूर्म जयंती पर नया मकान या कुछ अन्य निर्माण करा रहे हैं तो चांदी का कछुआ डालने से घर के लाेगों की तरक्की व एेश्वर्य बढ़ता है आैर वास्तु दोष समाप्त हो जाता है। बच्चों की पढ़ार्इ के लिए मिट्टी का कछुआ उनके कमरे में स्थापित करें। लोग अपने सोने के कमरे में धातु का कूर्म (कछुआ) रखकर मानसिक शांति व अच्छी नींद पा सकते हैं। कूर्म जयंती पर रसोर्इ घर में कछुए की स्थापना करें, इससे रसोर्इ घर में बनने वाली कोर्इ भी वस्तु राेगमुक्त रहेगी। इसके अलावा घर की छत पर कूर्म की स्थापना करने से शत्रुआें का नाश होता है। यदि आप किराए के मकान में रह रहे हैं, तो अपने मकान के लिए भगवान कूर्म की पूजा करेंगे तो विष्णु जी की जरूर कृपा बरसेगी। यदि कमरा, रसोर्इ, खिड़की आदि सही दिशा में नहीं है तो उन्हें तोड़ने की बजाय कछुए का निशान लाल चंदन, कुमकुम व केसर को मिलाकर बनाएं, जिसका मुंह नीचे आैर पिछला हिस्सा आकाश की आेर हो। पंडित महेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि यह प्रयोग कूर्म जयंती पर शाम को करें आैर इसकी पूजा करें, तो इन स्थानों के वास्तु दोष दूर होते हैं।