बता दें कि इन दिनों पहाड़ों में बरफ पिघलने का असर मैदानी इलाकों में दिखाई दे रहा है। उत्तरांचल के ऊपरी हिस्सों में पिघली बर्फ के बाद से चल रही ठंडी हवाओं के चलते पारा धड़ाम हो चुका है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि अभी एक सप्ताह तक ऐसे ही मौसम रहने के आसार हैं। अभी ये ठंडी हवाएं तापमान की रफ्तार पर ब्रेक लगाएंगी। मंगलवार को मेरठ जिले में एक्यूआई यानी वायु प्रदूषण भी काफी सुधरा हुआ है। जिले में वायु प्रदूषण 110 तक पहुंच चुका है। जो कि काफी अच्छी स्थिति मानी जा रही है। आसमान बिलकुल साफ है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले तक जिले का तापमान अधिकतम 33 डिग्री और न्यूनतम 23 डिग्री तक पहुंच चुका था। जिसके चलते सूरज के तेवर भी काफी तीखे हो चुके थे। बढ़ते तापमान के चलते लोगों ने घरों में कैद होना शुरू कर दिया था। दिन में धूप में लोगों ने निकलना कम कर दिया था। फरवरी के अंतिम दिनों में ही मई जैसे तेवर दिखने लगे थे। लेकिन अब दो दिन से चल रही ठंडी हवाओं ने तापमान कम कर दिया है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।