मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर सुभाष का मानना है कि इस बार सितंबर में औसत से अधिक बादलों ने बारिश करा दी है। अब दिन में धूप थोड़ी कम तल्ख होगी और रातें कुछ सर्द होने लगेंगी। वातावरण में कुछ दिन बाद कोहरा भी शुरू होगा। इसके बाद जल्द ही पखवारे भर बाद यह कोहरे का रूप लेने लगेगा। लेकिन मेरठ और एनसीआर में हल्की मामूली ठंड सुबह महसूस होने लगी है जबकि गुलाबी ठंड पूरी तरह से पखवारे भर के बाद महसूस होने लगेगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख बदलेगा तो उमस से भी पूरी तरह से राहत मिलेगी।
रविवार को सुबह से ही आसमान में बादलों का दौर बना रहा। सोमवार को सुबह दिन चढ़ा तो सुबह 6 बजे के बाद बादलों की ओट से सूरज की रोशनी ने भी महानगर पर रोशनी बिखेरी। बादलों की सक्रियता का दौर खत्म होने के बाद भी मामूली बादलों की आवाजाही का दौर बना हुआ है। सुबह ठंड का अहसास होने लगा है तो घरों में अब कूलर, एसी ने भी विदायी लेनी शुरू कर दी है। ठंड का मामूली सा अहसास जल्द ही गुलाबी ठंड के अहसास में बदल जाएगा और पश्चिमांचल में कोहरे का दौर लोगों को राहत देने लगेगा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि पखवारे भर में बादल और कुहासे की स्थिति काफी हद तक स्पष्ट हो जाएगी।
बीते चौबीस घंटों में मेरठ का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 72 फीसद और न्यूनतम 60 फीसद दर्ज की गई। मेरठ और आसपास के जिलों के आसमान में बादलों की सक्रियता कुछ कम है। हालांकि, मौसम विभाग ने इस पूरे सप्ताह बादलों की आवाजाही के संकेत दिए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख दोबारा बदलेगा और तापमान में कमी आएगी। इसकी वजह से गुलाबी ठंड का असर होने लगेगा।