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Lockdown: गरीबों के लिए सामुदायिक रसोई में मिले सड़े आलू, सुपरवाइजर सस्पेंड, अफसरों ने शुरू की जांच मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में शुक्रवार को भर्ती राजनगर निवासी 52 साल के मरीज ने शनिवार की सुबह अंतिम सांस ली। मेरठ में पिछले तीन दिनों में कोरोना संक्रमित की दूसरी मौत है। मरीज वेंटीलेटर पर था। अंतिम संस्कार करने के साथ ही मृतक के परिजनों के सभी चार लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया। मृतक को सांस का पुराना रोगी बताया गया है। कोरोना संक्रमित अपने अकाउंटेंट का संतोष हास्पिटल प्रबंधन गुपचुप इलाज करता रहा। इसकी जानकारी जिला प्रशासन अथवा स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी गई। इस बीच संक्रमण न जाने कितने लोगों के बीच फैल गया होगा।
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Meerut: आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संदिग्ध की मौत के बाद रिपोर्ट आयी पाॅजिटिव, अब तक जनपद में कोरोना से तीन की मृत्यु इस लापरवाही को देखते हुए डीएम अनिल ढींगरा ने अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करके उसकी सेवाओं पर रोक लगा दी है। साथ ही सीएमओ को अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। अस्पताल के चिकित्सकों और स्टॉफ के साथ-साथ वहां भर्ती मरीजों को भी अस्पताल में ही क्वारंटाइन कर दिया गया। इन सभी की रात में कोरोना जांच कराने का आदेश भी दिया गया है। जिले में हॉटस्पाट की संख्या भी अब 19 से बढ़कर 20 हो गई है।
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पढ़ेंः Lockdown में कोरोना हॉटस्पॉट का जायजा लेने पहुंचे अफसर, बेवजह घर से निकले लोगों के खिलाफ की ये कार्रवाई संक्रमित मरीज की मौत के बाद विभाग ने उसकी दो बेटियों समेत चार सदस्यों और एक दूध वाले को मेडिकल में भर्ती कर लिया है। एक बेटी सहारनपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस, जबकि दूसरी प्रयागराज से एमटेक कर रही है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि दो दिन पहले लखीपुरा का एक व्यक्ति कोरोना पाजिटिव मिला। वह जमातियों के संपर्क में रहा था। अब इस कड़ी में तीन मामले और जुड़ गए। मरीजों को मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया गया है। पिछले 24 घंटे में 153 सैंपलों की जांच में सर्वाधिक तीन मरीज लखीपुरा से मिले हैं।