जिलाध्यक्ष कांग्रेस रामजीलाल ओढ़ ने बताया कि परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बावजूद भी एस.बी.सी. में चयनित अभ्यर्थियों को उनके अधिकारों से वंचित रखे जाना सामाजिक न्याय प्रक्रिया का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है और यह तानाशाही मनमर्जी का सूचक है।
समुदाय के लोग करीबन 15 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं, अत: अभ्यर्थियों को शीघ्र नियुक्ति दी जानी चाहिए। ताकि समुदाय द्वारा पूर्व में भी अपनी मांगों को लेकर किए गए आंदोलन की पुनरावृत्ति नहीं हो और शांति व्यवस्था कायम रहे।
इस दौरान पूर्व मंत्री मुरारीलाल मीना, रामकिशोर सैनी, पूर्व संसदीय सचिव ममता भूपेश, पूर्व जिला प्रमुख अजीतसिंह, प्रधान दीनदयाल बैरवा, जिला महासचिव नेहा निडर, कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष सुरेन्द्र गुर्जर, पार्षद आशीष शर्मा, मनोहरलाल गुप्ता, जिला प्रवक्ता घनश्याम शर्मा, पण्डित अम्बिकेश्वर शर्मा, हंसराज गुर्जर, नरेन्द्र बैंसला, महेन्द्र गांगडिय़ा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विक्रम मीना, रोशन लाल मण्डावर सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता आदि मौजूद थे।