सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के साथ मिलकर बढ़ते हैं। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उत्पाद और आयात शुल्क, विनिमय दर रूपांतरण आदि शामिल रहता है। मुद्रा बाज़ार में डॉलर की तुलना में रूपये के मूल्य का प्रभाव सोने की कीमत पर पड़ता है। रूपये की तुलना में डॉलर का भाव अगर बढ़ता है तो सोना सस्ता होता है। दूसरी ओर यदि डॉलर की कीमत कम होती है तो सोने का मूल्य बढ़ता है। इसके अलावा मुद्रा का उतार चढ़ाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित करता है। सोने के अच्छे रिटर्न्स के लिए यह जानना जरूरी है कि सोना को किस विकल्प के रूप में खरीदा जाए। सोना कई विकल्प के रुपय में उपलब्ध हैं। इनमें गोल्ड ईटएफ, 22 कैरेट गोल्ड, 24 कैरेट गोल्ड और गोल्ड बार आदि शामिल हैं।
स्वाभाविक है कि गोल्ड बार उन लोगों के लिए है जिनके पास पैसा है और जो देश के धनी लोग हैं। दूसरी ओर ऐसे लोग जिनके पास पैसा नहीं है वे 22 कैरेट गोल्ड या 18 कैरेट गोल्ड खरीद सकते हैं। इससे भी कम कैरेट या शुद्धता का गोल्ड मिलता है परन्तु यह हमें यह नहीं पता कि यह लखनऊ में मिलता है अथवा नहीं। यदि आप अन्य कोई प्रकार देखना चाहते हैं तो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड देखें। इन्हें विश्व में गोल्ड ईटीएफ के नाम से जाना जाता है और पूरे विश्व में यह सोने में निवेश करने का उत्तम विकल्प है। हालाँकि सोने में इस प्रकार का निवेश थोड़ा जटिल हो सकता है परन्तु आप ब्रोकर से बात कर सकते हैं क्योंकि यह शेयर्स खरीदने के समान ही है। गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए आपका डीमेट खाता होना आवश्यक है।