आपूर्ति विभाग की छापेमारी सिर्फ खानापूर्ति तक ही सीमित होती है। होली के नजदीक आते ही गुझिया और मिठाई के लिए मावा की मांग तेजी से बढ़ी है। मांग के मुताबिक आपूर्ति कम होने के चलते भी मिलावटखोर इसका फायदा उठाते हैं। मिलावटी मावा तैयार किया जा रहा है। ऐसे में मावा खरीदते समय सावधानी रखने की जरूरत है। कहीं मिलावटी मावे से बनी गुझिया खाकर आप बीमार न हो जाएं।
यह भी पढ़े : Holi 2022 : होली पर बनवा रहे है टैटू तो हो जाएं सावधान, बरते ये सावधानियां ऐसे करें मिलावटी मावा की पहचानथोड़ा सा मावा अपने अंगूठे के नाखून पर रगड़कर देंखे। अगर असली होगा तो उसमें घी की महक आएगी। थोड़ा सा मावा हथेली में लेकर उसकी गोली बनाएं। अगर यह फटने लगे तो समझिए मावा नकली है। दो ग्राम मावा लेकर पांच मिली लीटर गर्म पानी में घोल लें और इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद इसमें आयोडीन डालें। अगर मावा नकली होगा तो इसका रंग नीला हो जाएगा। असली मावे की पहचान का सबसे आसान तरीका यह भी है कि वह चिपचिपा नहीं होता।