उधर, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले देखते हुए अब प्रशासन स्तर से कड़ी निगरानी की जा रही है। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक कर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कान्टेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग और सर्विलांस में प्रगति लाने की जरूरत है। बाहरी प्रदेशों से रेल, सड़क और हवाई मार्ग से आने वालों की चेकिंग हो। संदिग्ध मामलों में आरटीपीसीआर टेस्ट अवश्य कराया जाए।
आयोजित बैठक में जिले में कोरोना हालात की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग होम आइसोलेशन में जा रहे हैं। इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से फोन करके उनका हालचाल लेते रहें। सर्विलांस टीम होम विजिट करके अपडेट लेती रहे और गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जाए। कमांड सेंटर पर टेस्टिंग, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस और इनफोर्समेंट की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने मास्क न पहनने और शारीरिक दूरी का पालन न करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
अन्य जिलों से रेफर किए जाने वाले कोविड संक्रमित मरीजों की रवानगी से पहले संबंधित जिले के सीएमओ और इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर को पहले ही सूचित कर दें। ताकि बेड सहित इलाज के सभी आवश्यक इंतजाम पहले से सुनिश्चित हो सकें। इसके साथ ही टीकाकरण को बढ़ाना देने का भी निर्देश दिया। कोविड संक्रमण की अद्यतन स्थिति, संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों तथा टीकाकरण की प्रगति आदि की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने जिलाधिकारी को दी।