यह भी पढ़ेंः
कांवड़ यात्रा में योगी आैर अखिलेश को लेकर बनाए गए हैं ये गीत, कांवड़िए इन गीतों पर थिरकते हुए आगे बढ़ रहे शिव की इन चीजों का होता है बड़ा महत्व पंडित कमलेश्वरानंद के अनुसार ये चीजे घर में लाकर रखने से इनका जीवन में अलग ही महत्व होता है। यह आपके लिए हर प्रकार से बेहद कल्याणकारी होता है। इससे आप मनोवांछित बदलाव अपने जीवन में देखेंगे। जीवन में शुभता और शांति का आगमन होगा। ये चीजे हिंदू धर्म में भी काफी पवित्र मानी जाती हैं। भगवान शंकर के गले में सर्प होता है, उनके हाथ में त्रिशूल और डमरू होता है। गले में रुद्राक्ष की माला होती है। भोलेनाथ की इन चीजों का अपना एक आध्यात्मिक महत्व है।
यह भी पढ़ेंः
कांवड़ यात्रा 2018: यूपी के इस शहर में शिवभक्त ला रहे इतनी बड़ी आैर कीमती कांवड़, हैरत में पड़ रहे सभी त्रिशूल करता है आपदाओं से रक्षा त्रिशूल हिंदू ग्रंथों और महाकाव्यों में वर्णित सबसे शक्तिशाली हथियारों में से एक माना जाता है। चांदी के त्रिशूल को घर में लाने से पूरे साल आपकी आपदाओं से रक्षा होती है।
कुंडली का सर्पदोष दूर करता सांप भगवान शंकर के गले का सांप, उनके प्रकृति प्रेमी होने का द्योतक है। सांप भगवान शंकर का आभूषण भी माना जाता है। सावन में आप चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा घर लें आए। हर दिन इनकी पूजा करें और सावन जिस दिन खत्म हो रहा हो उस दिन किसी नदी में विसर्जित कर दें या फिर किसी मंदिर में जाकर रख दें। ऐसा करने से कुंडली में सर्प दोष या पितृ दोष को खत्म करता है। इस उपाय से आपको शांति भी मिलेगी।
सुख-सौभाग्य प्रदान करता है रूद्राक्ष भगवान शंकर के गले और हाथों में रुद्राक्ष होता है। वह गले में रुद्राक्ष की माला धारण करते हैं और साथ ही हाथों में भी रुद्राक्ष धारण करते हैं। सुख, सौभाग्य और समृद्धि के लिए रुद्राक्ष को धारण किया जाता है। सावन में रुद्राक्ष की माला धारण करना अत्यंत कल्याणकारी और समृद्धि देने वाला होता है।
घर की नकारात्मक शक्तियों को दूर करता डमरू डमरू भगवान शंकर का पवित्र वाद्य यंत्र माना जाता है। डमरू की ध्वनि नकारात्मक शक्तियों को दूर करती है। सावन महीने में अगर आप डमरू लाकर अपने घर में यदा-कदा बजाते हैं तो यह बेहद शुभ माना जाता है। आप डमरू को घर में हमेशा रखें और उसे शंख की तरह ही बजाते रहें। ऐसा करना बेहद कल्याणकारी होता है।
मन में शांति प्रदान करता है चांदी का चंद्रमा चांदी का चंद्रमा या मोती भी भगवान शंकर से संबंधित है। भगवान शंकर के सिर पर चंद्रमा विराजते हैं। चांदी की अंगूठी में मोती पहना जाता है मन की शांति के लिए यानी मन को नियंत्रित करने के लिए। सावन के दौरान ही अगर आप चांदी के चंद्र देव को पूजन स्थान पर रखकर पूजन करें तो कहते हैं इससे शिव की कृपा हासिल होती है।