गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात महिला सहयोगी को कार में घर छोड़ने जा रहे एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गोमतीनगर थाने में तैनात सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद जहां एक तरफ पूरा देश आरोपी सिपाहियों की करतूत की निंदा कर रहे हैं। लेकिन यूपी पुलिस के कारिंदे अब भी सुधरने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। हालात ये है कि पुिलस विभाग के समाम सिपाही हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के पक्ष में लामबंद नजर आ रहे हैं। ये लोग नुशासन की धज्जियां उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर खुलकर हत्यारोपी सिपाहियों का समर्थन भी करते दिखाई दे रहे हैं।
सिपाहियों की अनुशासनहीनता पर मौन हैं अधिकारी
प्रदेश भर में खुलेआम हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के लिए आर्थिक मदद जुटाने के लिए मुहिम चलाई जा रही है। गौरतलब है कि लखनऊ में तैनात सिपाही रोहन पाल ने इस मुहिम की शुरुआत की थी। इसके बाद से लगातार पुलिसकर्मी इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। इस मामले में सबसे चिंताजनक बात यह है कि सबकुछ मालूम होने के बाद भी पुलिस विभाग के अफसरान खामोश हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा यूपी पुलिस डीजीपी भी विवेक मर्डर केस में सिपाहियों को हत्या का दोषी माना है। इन सबके बावजूद इनके मातहत पुलिसकर्मी अपनी मनमर्जी चलाते हुए आरोपियों का समर्थन कर रहे हैं।
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पांच करोड़ रुपए जुटाने का है टारगेट
आपको बता दें कि यूपी पुलिस के सिपाहियों ने प्रशांत के परिवार के लिए पांच करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट सेट किया है। इसके लिए प्रशांत की पत्नी राखी मलिक का बैंक खाता नंबर फेसबुक, वाट्स एेप और ट्विटर पर वायरल किया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल सूचना के अनुसार राखी का मेरठ में एसबीआई की किनौनी शुगर मिल शाखा में अकाउंट है। उनके खाते में 29 सितम्बर तक महज 447.26 रुपये थे, जबकि स अपील के बाद अगले ही दिन इस खाते में लाखों रुपये जमा हो गए। बैंक डिटेल के मुताबिक यह रकम 100 रुपये से लेकर 500 रुपये और दो हजार रुपये की किश्तों में ट्रांसफर की गई है। दावा है कि यह दावा यह भी किया जा रहा है कि ये रुपये सिपाहियों ने मुहिम के तहत जमा कराए हैं। बताया जाता है कि खुफिया विभाग ने मेरठ पुलिस के अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भेज दी है।
हत्यारोपी सिपाही प्रशांत की पत्नी ने भी तोड़ा अनुशासन
इस मामले में खास बात ये है कि हत्यारोपी कांस्टेबल प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी मलिक भी यूपी पुलिस में सिपाही है। वह पति के साथ गोमतीनगर थाने में ही तैनात थी। पति की गिरफ्तारी के बाद राखी मलिक ने एसएसपी कैम्प कार्यालय में रविवार को जमकर हंगामा किया था। हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की ओर से एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रही राखी ने कैम्प कार्यालय में मौजूद सुरक्षा कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी की थी। जब ये सब हो हुआ था। उस वक्त उसने वर्दी की जगह सिविल ड्रेस पहनी थी। बताया जाता है कि विवाद इतना बढ़ा कि उसे महिला थाने भेजना पड़ा था। इतना सब कुछ होने के बाद भी अधिकारियों ने राखी मलिक के खिलाफ अनुशासनहीनता के तहत कोई कार्रवाई नहीं की।