महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने का बयान देकर जहां एक ओर भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को अपनी ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा है, वहीं दूसरी ओर वे अन्य राजनैतिक दलों के निशाने पर भी आ चुकी हैं। दलों ने प्रज्ञा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी के चलते भाजपा ने सांसद प्रज्ञा ठाकुर और उनके बयान से किनारा कर लिया है। प्रज्ञा के बयान के विरोध में कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने कमिश्नरी चौराहे पर प्रज्ञा ठाकुर का पुतला फूंकते हुए उन्हें लोकसभा से बर्खास्त किए जाने की मांग की। जुलूस के रूप में कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी और हंगामा करते हुए प्रज्ञा ठाकुर के पुतले को आग के हवाले कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रपिता का अपमान करके प्रज्ञा ठाकुर ने पूरे देश का अपमान किया है। भाजपा द्वारा प्रज्ञा ठाकुर को सभी पदों से हटाए जाने की सजा को उनके लिए नाकाफी बताते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रज्ञा की लोकसभा सदस्यता समाप्त कर उन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग की। वहीं प्रज्ञा ने शुक्रवार को सदन में अपने दिए बयान के लिए जनता से माफी भी मांग ली है, लेकिन कांग्रेस प्रज्ञा की सदस्यता समाप्त करने की मांग कर रही है।