जिसके आधार पर थाना परीक्षितगढ पर एफआईआर दर्ज की गई थी। एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी ने बताया कि नामजद अभियुक्त सादिक उपरोक्त को तुरन्त थाना पर लाकर घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ की गयी तो नामजद अभियुक्त का घटना में सलिप्त होना संदिग्ध पाया गया। इस मामले में गहराई से छानबीन की गयी और घटना में अन्य हत्यारोपियों के सबूत भी मिले। घटनास्थल के आसपास एवं घटनास्थल की तरफ आने जाने वाले रास्तों पर लगे करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज प्राप्त की गयी। इन प्राप्त फुटेजों का अध्ययन करके व घटनास्थल से बरामद हुई खाली बीयर के कैन के बार कोड से हत्याकांड के असली अभियुक्त का पता लगाते हुए उसको गिरफ्तार कर लिया। असली हत्यारोपी का नाम प्रियांशु उर्फ प्रयाग पुत्र रविन्द्र निवासी ग्राम बहलोलपुर थाना परीक्षितगढ मेरठ है।
यह भी पढ़े : दंपति के बीच 20 रुपये के विवाद ने ससुराल से लेकर मायके तक मचा दिया कोहराम, जाने पूरा मामला एसएसपी ने बताया कि असली हत्यारोपी की तलाश के लिए करीब आठ टीमों को लगाया गया था। उसके बाद जाकर पुलिस असली हत्यारोपी तक पहुंच सकी। एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी व पुलिस अधीक्षक देहात व सीओ सदर देहात के कुशल नेतृत्व में उक्त घटना का खुलासा कर दिया गया। हत्यारोपी के पास से घटना में प्रयुक्त एक तमंचा आला कत्ल 315 बोर और एक खोखा कारतूस 315 बोर तथा मृतक इकलास सैफी पुत्र नियाद अहमद निवासी ग्राम कमालपुर थाना मेडिकल जिला मेरठ का आईफोन बरामद हुआ।