बड़ी खबर : फतेहगढ़ जेल जाते समय रास्ते में रुका सुनील राठी, अधिकारियों को चकमा देकर इस व्यक्ति से की बात!
इतने पुलिसकर्मियों की टीम राठी को लेकर पहुंची फतेहगढ़ की जेल
मुन्ना बजरंगी की सोमवार सुबह को हत्या के आरोपी सुनील राठी को शुक्रवार को बागपत जेल से फतेहगढ़ की सेट्रल जेल ले जाने के लिए बाकायदा वीआर्इपी इंतजाम किया गया था। शनिवार को कड़ी सुरक्षा में पुलिसकर्मी को फतेहगढ़ जेल में ले जाने के लिए रवाना हुए। जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि राठी को ले जाने के लिए सीआे राजीव सिंह के नेतृत्व में दो इंस्पेक्टर,दो दारोगा,चार हेड कांस्टेबल,आैर ग्यारह कांस्टेबल को टीम बनार्इ गर्इ। करीब 20 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में राठी को कुल पांच वाहनों के काफिले से फतेहगढ़ जेल ले जाया गया। इसबीच काफिले में सीआे राजीव की गाड़ी सबसे आगे उसके बाद सुनील राठी का व्रज वाहन आैर उसके पीछे पुलिस की गाड़ियां रही।इस दौरान राठी के वाहन के शीशे में भी काले थे। वहीं इतनी भारी सुरक्षा के बावजूद राठी के दूसरी जेल पहुंचने तक अधिकारियों की भी सांसे अटकी हुर्इ थी। राठी की जेल बदलने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
कुख्यात सुनील राठी को नई जेल में इन दुश्मनों का सता रहा खौफ!
अब फतेहगढ़ जिले जेल प्रशासन की टेंशन बढ़ी
वहीं बागपत से सुनील राठी को फतेहगढ़ जेल भेजने से प्रशासन की टेंशन बढ़ गर्इ है। प्रशासन आैर भी सर्तक हो गया है।इसकी वजह फतेहगढ़ जेल में बंद कुख्यात अजीत उर्फ हप्पू बताया जा रहा है। क्योंकि प्रशासन की जरा सी चूक से इस जेल में भी वर्चस्व की जंग हो सकती है। दरअसल, वेस्ट यूपी के एक लाख के इनामी और सुनील राठी का धुर विरोधी अजीत उर्फ हप्पू भी इसी जेल में बंद है। जिसके चलते प्रशासन सतर्क है कि कहीं यहां भी बागपत जेल की तरह मर्डर की कहानी न दोहराई जाए। साथ ही आशंका है कि इस जेल में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर कई अपराधी आमने-सामने आ सकते हैं।
बागपत से फतेहगढ़ जेल ले जाते समय मेरठ कैंट में कुख्यात सुनील राठी की गाड़ी रुकने से मचा हड़कंप
एक लाख का इनामी है अजीत उर्फ हप्पू
बता दें कि वेस्ट यूपी में क्राइम की दुनिया में अजीत उर्फ हप्पू का बड़ा नाम है।बिते दिनों ही सरकार ने इसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।हप्पू पर प्रदेश में 26 मामले लंबित हैं। जिसके बाद पुलिस ने उसे राजस्थान से गिरफ्तार किया और बागपत जेल में रखा। बताया जाता है कि सुनील राठी और हप्पू का 36 का आंकड़ा है। इसी के चलते जेल प्रशासन ने हप्पू को बागपत जेल से फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट किया। वहीं चर्चा यह भी है कि सुनील राठी ने अपने संपर्क के बल पर हप्पू की जेल बदलवाई थी। अब राठी भी इसी जेल में आ गया है। एेसे में जेल प्रशासन सर्तक हो गया है।