एक घंटे तक चले हथियार आैर लाठी-डंडे ग्रामीणों की मानें तो दलित और चौहान पक्ष के लोगों में दोनों ओर से करीब एक घंटे खुलकर हथियार का प्रयोग किया गया। लाठी-डंडे और धारदार हथियारों के हमले में ही दलित युवक की दर्दनाक मौत हुई है। जातीय संघर्ष की सूचना पर ही कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। समाचार लिखे जाने तक हालात विस्फोटक बने हुए थे। दलित लोगों ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गांव की मुख्य सड़क पर दलित युवक का शव रखकर जाम लगा दिया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राजपूत समाज के तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आसपास के लोगों की मानें तो दोनों जातियों में करीब तीन साल से विवाद चला आ रहा है। गांव में दोनों ओर से संघर्ष की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं।
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बड़ी खबरः बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश के बाद राजपूत समाज के लोगों ने दलित बस्ती पर हमला बोला, आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल, घरों में तोड़फोड़ झांकी देखकर आ रहे दलित युवकों की पिटार्इ ग्रामीणों के अनुसार दलित समाज के तीन युवक बुधवार की रात को मोदीपुरम कांवड़ की झांकी देखने गए थे। वहां से वे देर रात लौट रहे थे। इसी दौरान राजपूत समाज के कुछ युवकों ने उन्हें रोक लिया और पिटाई कर दी। जिसके बाद दोनों पक्षो के बुजुर्ग लोगों ने उन्हें समझाते हुए मामले को शांत कर दिया।
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Honour Killing: प्रेम विवाह से नाराज भतीजे ने बुआ को सरेआम गोलियों से भूना, एक दिन पहले ही हुर्इ थी बेटी एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए आरोप है कि दलित समाज के लोगों ने रात को प्लानिंग कर गुरुवार को सुबह होते ही राजपूतों की बस्ती में कृष्णा चौहान के घर पर हमला कर दिया। जिसके बाद दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए। इस दौरान करीब एक घंटे तक दोनों ओर से पथराव, लाठी-डंडे और धारदार हथियार चले। संघर्ष में दलित समुदाय का रोहित पुत्र देवेन्द्र, अनुज, रवि और विनोद सहित दोनों पक्षों से एक दर्जन से अधिक लोगा घायल हो गए। घटना से गुस्साए दलितों ने शव को गांव की मुख्य सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारियों ने मामले को शांत करने का काफी प्रयास किया। मारे गए युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया हैं। वहीं दोनों पक्षों में तनाव बना हुआ है। 24 घंटे के भीतर जातीय संघर्ष की दो बड़ी घटनाएं होने से दलित समुदाय में रोष हैै। मामला बड़ा राजनैतिक रंग लेने लगा है।