यूपी उपचुनाव: मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना, बिना मास्क नहींं डाल सकेंगे वोट
करवाचाैथ पर महिलाएं सुबह से ही व्रत रखकर भगवान शिव और पार्वती की पूजा करती हैं। अपने घर की बड़ी महिलाओं, सास अथवा जेठानी आदि से करवाचौथ की कहानी सुनती हैं। शाम को महिलाएं भोजन आदि का बायना निकालकर अपनों से बड़ी महिलाओं को देती हैं और उनका आशीर्वाद लेती हैं। वेस्ट यूपी में इस त्योहार पर महिलाएं करवा चौथ की सामूहिक कथा भी सुनती हैं।बुधवार 4 नवंबर को दिन में 1:30 बजे से 3:00 बजे तक कुंभ लग्न ( स्थिर लग्न ) बहुत शुभ माना गया है। इसके पश्चात 4:30 बजे से और शाम 6:00 बजे तक महिलाएं करवा चौथ की कहानी सुनकर पुण्य पा सकती है।
4 तारीख को शाम को 8 बजकर 14 मिनट पर चन्द्र उदय होगा। प्रातः काल से व्रती महिलाएं चंद्रमा के दर्शन कर उन्हें जल का अर्घ्य देकर अपने पति के दर्शन करेंगी और पैर छू-कर आशीर्वाद लेंगी। इसके पश्चात घर के बड़े सदस्यों के पैर छूकर के आशीर्वाद लेती हैं।