अहमदनगर गली नंबर चार निवासी कपड़ा व्यापारी हिजबुरहमान के छह बेटे हैं। इनमें से चार बेटे शहर से बाहर और दो बेटे उसके घर के निकट ही रहते हैं। बताया जाता है कि गुुरुवार की रात 60 वर्षीय हिजबुरहमान ने अपने पांचवे नंबर के बेटे साकिब को काम-धंधा करने की नसीहत करते हुए एक तमाचा जड़ दिया। इसके बाद अधेड़ पिता अपने घर में सो गया। इसी बीच शुक्रवार को साकिब ने कमरे में सो रहे अपने पिता हिजबुरहमान की कनपटी से तमंचा सटाकर उसे गोली मार दी। गोली लगते ही हिजबुलरइमान का भेजा निकलकर बाहर गिर गया। घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गया।
उधर, गोली का धमाका सुनकर कमरे में पहुंचे परिजनों में हिजबुरहमान का खून से लथपथ शव देखते ही हड़कंप मच गया। मगर इसके बावजूद उन्होंने घटना पर पर्दा डालन् की केशिश शुरू कर दी। मौके पर पहुंचे क्षेत्र के लोगों को कुछ बताने से इंकार करते हुए परिवार के लोगों ने घटनास्थल पर पड़े खून को धोकर साफ कर दिया। वहीं, मृतक के कपड़े भी बदल दिए, लेकिन पुलिस तक मामला पहुंचा तोे इंस्पेक्टर रघुराज सिंह फोर्स के साथ मौके पर आ धमके। इसके बाद उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मृतक के चार पुत्रों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। इन लोोगं से सख्ती से पूछताछ करने पर इन्होंने सारा राज उगल दिया। इसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।