हालांकि तेजवीर सिंह का चेयरमैन बनना पहले ही तय हो गया था क्योंकि वे चुनाव में इस पद के लिए अकेले प्रत्याशी थे। तेजवीर सिंह के को-आॅपरेटिव बैंक के चेयरमैन चुने जाने के साथ ही समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की इस पद से छुट्टी हो गई। आपको बता दें कि चेयरमैन का ये पद प्रदेश की सहकारिता के मुखिया का माना जाता है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री व सहकारिता प्रभारी एमएलसी विद्यासागर सोनकर के मुताबिक तेजवीर सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। वे मथुरा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष भी हैं। तेजवीर तीन बार सांसद रह चुके हैं और दो बार कोआॅपरेटिव बैंक के चेयरमैन भी रह चुके हैं। माना जा रहा था कि तेजवीर इस बार फिर से लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी किस्मत आजमाएंगे, लेकिन नई जिम्मेदारी के बाद ऐसा संभव नहीं हो सकेगा।
बता दें कि कोआॅपरेटिव बैंक के चेयरमैन पद का कार्यकाल छह वर्ष का होता है यानी अब छह वर्ष तक उत्तर प्रदेश सहकारिता की सबसे बड़ी संस्था मानी जाने वाली कोआॅपरेटिव बैंक पर बीजेपी का शासन होगा। अब तक सपा नेता शिवपाल सिंह यादव व उनके बेटे के कब्जे में ही प्रदेश सहकारी फेडरेशन व सहकारी बैंक थीं।
Read it – छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ने उठाया ऐसा कदम कि जिंदगी भर याद रखेंगे मनचलें