बता दें कि किसान ट्रैक्टर परेड को लेकर उधर दिल्ली में घुस रहे थे। इधर मथुरा जनपद के थाना नौहझील क्षेत्र में किसान ट्रैक्टरों का एक लंबा जखीरा लेकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर जाम लगाने के उद्देश्य से मोरकी बाजना इंटर कॉलेज पर जा पहुंचे। यहां किसानों के युवा पुत्रों को न जाने क्या सूझी कि उन्होंने इंटर कॉलेज के प्रांगण में ट्रैक्टरों के माध्यम से कुछ करतब दिखाने की ठानी। इसी प्रयास के चलते एक ट्रैक्टर पलट गया। जिसमें से चालक उछलकर अलग गिर गया। जिसकी जान जाते-जाते बची। यहां उपस्थित किसानों की जान उस समय जान अटक गई जब यह पलटा हुआ ट्रैक्टर कई पलटे खाने के बाद अपने आप सीधा होकर खेतों में उछल कूद करता हुआ अपने आप दौड़ने लगा। खेतों में कूदता-फांदता हुआ दूसरे खेतों में जा पहुंचा। हालांकि कुछ युवाओं ने इस अनियंत्रित ट्रैक्टर के पीछे दौड़ कर उसको पकड़ लिया और पीछे से ट्रैक्टर पर चढ़कर उसे काबू में कर लिया।
अब सवाल इस बात का उठता है कि क्या इस आंदोलन के माध्यम से किसान खुद अपना ही नुकसान करने पर तुले हैं या फिर ऐसा करके सरकार को क्या दिखाना चाहते हैं। कमाल की बात यह रही कि इस तरह के करतब दिखाने के लिए ना तो यहां मौजूद किसान नेताओं ने ही इस युवा को रोका और ना ही उन वृद्ध किसानों ने जो किसानों की अगुवाई करने के लिए यहां एकत्रित हुए थे।
By – Nirmal Rajpoot