जिलाधिकारी ने मामले में क्या कहा?
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया, ‘मथुरा स्थित पीएमबी पॉलिटेक्निक के समीप जंगल का इलाका है। वहां पर कुछ गोवंश मृत अवस्था में मिले थे। हो सकता है कि किसी गौशाला के हों या कई बार कुछ गाएं मर जाती हैं तो उन्हें भी जंगल में छोड़ देते हैं। इस मामले को कुछ लोगों ने अनावश्यक तूल देने का प्रयास किया। यहां पर जाम लगा दिया जबकि यह महत्वपूर्ण मार्ग है। यहां पर बाहर से कई श्रद्धालु आते हैं। शुक्रवार का दिन है, लोग सप्ताह के अंतिम दिन यहां काफी संख्या में आते है। प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन, वह नहीं माने तो उन्हें डांटा गया। फिर भी नहीं सुनने पर सड़कों पर डंडा पटककर उन्हें हटाया गया’। एक सवाल के जवाब में जिलाधिकारी ने कहा कि अगर गौशालाओं में ऐसी घटना हुई है तो उसकी जांच की जाएगी। अगर ऐसा होता है तो सम्मान के साथ शव का गड्ढे के अंदर संस्कार करना चाहिए। अगर इस प्रकार की अनियमितता देखने को मिली तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।
सम्मान से करें अंतिम संस्कार
उन्होंने बताया कि लोगों ने चार घंटे से काफी महत्वपूर्ण मार्ग को जाम किया हुआ था। श्रद्धालु काफी परेशान थे। नगर निगम को निर्देश दिया गया है कि जितने शव हैं उनका । साथ ही यह भी पता करें की शव गौशालाओं से तो नहीं लाई गई हैं। प्रदर्शनकारियों ने क्या कहा
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि हमें रात में जानकारी मिली कि गायों के साथ इस पर प्रकार की घटना हो रही है। गौशाला वाले जब ऐसा करेंगे तो समाज में क्या संदेश जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की यहां के सीडीओ को हटाया जाना चाहिए। जो इस कृत्य के दोषी हैं उनकी तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। गौशाला की जांच की जाए। अगर गो-पालन नहीं हो पा रहा है तो इसे सरकार को सौंप दिया जाए। इनके साथ न्याय होना चाहिए।