ज्ञात हो कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान दर्दनाक घटना हुई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन पर तमाम सवाल खड़े हुए। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में जांच समिति भी गठित की है, जिसे 15 दिन में रिपोर्ट सौंपनी है। हादसे की जांच के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह मंगलवार को वृंदावन पहुंचे। जहां उन्होंने करीब एक घंटे मंदिर के आसपास के क्षेत्र और मंदिर के संबंध में लोगों से चर्चा की। वहीं, मंदिर में हादसे के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मंदिर और प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके साथ ही वीआईपी को मंदिर के गेट नंबर दो से ही श्रद्धालुओं के साथ प्रवेश करने की बात कही है।
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सीएम योगी के आदेशों की धज्जियां, सुबह 11.30 बजे भी ऑफिस में सोते मिले अधिकारी इस तरह होगी नई व्यवस्था सबसे पहले वीआईपी मार्ग स्थित जादौन पार्किंग में श्रद्धालु वाहन खड़े करेंगे और वहां से जंगल कट्टी, दाऊजी तिराहा होते हुए मंदिर के गेट नंबर दो से प्रवेश कर सकेंगे। दर्शन के बाद गेट नंबर-1 से होते हुए पुन: वीआईपी मार्ग होकर जादौन पार्किंग पहुंच सकेंगे। इसके लिए वीआईपी मार्ग से मंदिर परिक्रमा तक बैरिकेडिंग की जाएगी, ताकि श्रद्धालु मंदिर के गेट नंबर-1 तक न पहुंच पाएं। इसी प्रकार पुलिस चौकी के सामने की गली से होते हुए प्रवेश के लिए गेट नंबर-4 से निकलकर स्नेह बिहारी मंदिर होकर पुन: बिहारीजी पुलिस चौकी या फिर विद्यापीठ की तरफ रवाना हो सकेंगे।
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केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने बताया दो कौड़ी का आदमी तो राकेश टिकैत ने भी उगली आग क्लार्क रूम में उतार सकेंगे जूते-चप्पल मंदिर प्रबंधन की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए विद्यापीठ चौराहा, वीआइपी मार्ग और हरिनिकुंज पर क्लार्क रूम बनाए गए हैं। यही पर श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल या फिर अन्य सामान रखकर मंदिर की तरफ आगे बढ़ सकते हैं। एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर नई व्यवस्था बनाई गई है।