निवेशक कम से कम 30 शेयरों के स्लॉट और इसके मल्टीपल में अप्लाई सकते हैं। आईपीओ के तहत 165 करोड़ रुपए के नए शेयर और 51.42 लाख इक्विटी शेयरों के लिए ऑफर फॉर सेल लाया जाएगा। इसके अन्तर्गत कंपनी की प्रमोटर विमला विंदलास अपने सारे 11.36 लाख इक्विटी शेयर बेच देंगी। निवेशक Tano India Private Equity fund II भी अपने सारे 40.6 लाख इक्विटी शेयर बेच देगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, DAM Capital Advisors और IIFL Securities इसकी बुक रनिंग के लीड मैनेजर हैं।
फंड का इस्तेमाल कैपिसिटी बढ़ाने में होगा आईपीओ का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा क्यूआईबी के लिए आरक्षित नहीं होगा। एनआईआई के लिए 15 फीसदी रिजर्व रखा गया है। शेष आईपीओ रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है। इस आईपीओ की खास बात है कि अभी तक कोई फार्मा फॉर्म्यूलेशन कंपनी लिस्टेड नहीं है। अगर Windlas लिस्ट होती है तो यह इस तरह की पहली कंपनी होगी। कंपनी आईपीओ से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कैपिसिटी बढ़ाने के लिए उपकरण खरीदने में करेगी।
बता दें कि विंदलास बायोटेक देश में फार्मास्यूटिकल्स फॉर्म्यूलेशन कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्यूफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन ( CDMO) की पांच बड़ी कंपनियों में से एक है। यह प्रोडक्ट डिस्कवरी से लेकर इसके डेवलपमेंट, लाइसेंसिंग और जेनेरिक प्रोडक्ट के साथ कॉम्पलेक्स जेनेरिक प्रोडक्ट डेवलपमेंट और बिक्री में सक्रिय है। ओवर द काउंटर और अपने ब्रांडेड प्रोडक्ट भी बेचती है।