बाजार में हावी रही बिकवाली –
सेंसेक्स के टॉप-30 में केवल तीन शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि 27 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। बाजार में हावी बिकवाली को लेकर जानकारों का कहना है कि इसके पीछे कई फैक्टर्स हैं। बाजार अपने आप को मजबूत स्थिति में ला रहा है, जिसके कारण तात्कालिक गिरावट आई है। अमरीका में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में तेजी आई है और यह 1.36 फीसदी पर पहुंच गया है।
कमजोर प्रदर्शन-
पिछले सप्ताह देश की 10 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों में आठ का बाजार पूंजीकरण 1.23 लाख करोड़ रुपए घट गया। पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 654.54 अंक की गिरावट आई। शीर्ष 10 कंपनियों में सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारतीय स्टेट बैंक ने बढ़त दर्ज की। सबसे अधिक गिरावट टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में हुई और इसका बाजार मूल्यांकन 44,672.14 करोड़ रुपए घट गया।
महंगाई दर बढऩे का खतरा –
जानकारों का कहना है कि ग्लोबल और डोमेस्टिक बॉन्ड मार्केट में अचानक से आई तेजी के कारण शेयर बाजार में गिरावट दिख रही है। निवेशक प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं। इस सप्ताह भारत के 10 साल के बॉन्ड यील्ड में 17 बेसिस पॉइंट्स की तेजी आई है। जब बॉन्ड यील्ड यानी बॉन्ड पर इंट्रेस्ट रेट बढ़ता है, तो इसका सीधा असर शेयर बाजार की तेजी पर होता है।
वैश्विक बाजारों में भी उतार-चढ़ाव-
भारत की तरह दुनिया के बाजारों का भी हाल सोमवार को अच्छा नहीं रहा। ज्यादातर में गिरावट दर्ज की गई। ग्लोबल मार्केट में हांगकांग का हेंगसेंग इंडेक्स 414 अंक और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 53 अंक नीचे बंद हुआ है। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 27 अंक नीचे 3,079 पर बंद हुआ है। दूसरी ओर जापान का निक्केई इंडेक्स 153 अंकों की बढ़त के साथ 30,171 पर बंद हुआ है। इससे पहले अमरीका के शेयर बाजार भी सपाट बंद हुए थे।