सोमवार को बाजार खुलते ही बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में 1500 और निफ्टी में 400 अंक गिर गया। सुबह 9.34 बजे तक सेंसेक्स पहले 1800 और उसके बाद 2036 अंक टूटकर 32,067.53 पर पहुंच गया। निफ्टी 518 अंक टूटकर 9,437.00 पर पहुंच गया।
गुजरात में गहराया कांग्रेस का संकट, राज्यसभा चुनाव से पहले 5 बागी विधायकों ने सौंपा इस्तीफा सेंसेक्स और निफ्टी के इस रुझान से साफ है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस खतरनाक रूप ले चुका है। इसका असर कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों भारी गिरावट का दौर जारी है।
शुक्रवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी 10 फीसदी से अधिक लुढ़क गया था। लोअर सर्किट की वजह से 45 मिनट के लिए ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। तीन दिन पहले रोक की अवधि खत्म होने के बाद सुबह 10.20 बजे एक बार फिर शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू के बाद भी सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त उतार-चढ़ाव दिखा।
पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार में जारी गिरावट के बाद सरकार की ओर से पहली बार बयान आया है। मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने दो दिन पहले कहा था कि कोरोना वायरस के अलावा वैश्विक कारकों के कारण बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। हमारी नजर कारोबारी घटनाक्रमों पर है।
मध्य प्रदेश में राजनीतिक संकट बरकरार, कमलनाथ बोले- ‘फ्लोर टेस्ट से पहले छोड़े जाएं बंधक बनाए 3 दिन पहले क्यों लौटी थी तेजी? इस बारे में एसकोर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल के मुताबिक अमरीकी शेयर बाजार के इंडेक्स डाओ फ्यूचर्स में गुरुवार की भारी गिरावट के बाद शुक्रवार को खरीदारी में लौट आई थी। डाओ फ्यूचर्स 455 अंक बढ़कर 21,560 के स्तर पर पहुंच गया। बता दें कि गुरुवार की रात को अमरीका समेत दुनियाभर के सभी शेयर बाजारों में 1987 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली थी जिसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिख रहा है।