चिलमन चौक से लेकर पुराने डिंडोरी नाका तक कई बड़ी थोक दुकानें, बैंक संचालित हैं, यहां पिछले कुछ सालों में झपटमारी, चोरी तक की वारदातें होती रही हैं। जिसके चलते कृषि उपज मंडी के पास हनुमानजी मंदिर के बाजू में पुलिस सहायता केन्द्र खोला गया था जो अब कभी-कभी ही खुला दिखाई देता है। कृषि उपज मंडी में भी चोरी घटनाएं सामने आती है तो कभी किसान ठगी का शिकार हो जाते हैं। लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पाती। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि इस पुलिस सहायता केन्द्र में कभी-कभी खुलता है, जबकि कृषि उपज मंडी और इसके आसपास का क्षेत्र व्यावसायिक दृष्टि के साथ काफी संवेदनशील क्षेत्र में माना जाता है क्योंकि यहां बड़ी थोक दुकानों के साथ कई बैंक भी संचालित हैं, जहां रोजाना लाखों-करोड़ों का लेन-देन होता है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यहां पुलिस सहायता केन्द्र काफी जरूरी हो जाता है लेकिन स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि पिछले कई माह से यहां न कोई पुलिस कर्मी दिखाई दिया है न ही इस केन्द्र की शटर ही कभी खुलती है। जहां पुलिस सहायता केन्द्र खोला गया था उसी से लगे हनुमान जी मंदिर में आज से करीब 3 माह पहले चोरों ने चांदी का छत्र, दान पेटी सहित करीब 50 हजार रुपए की चोरी की गई थी, जिसका खुलासा आज तक नहीं हो सकता है। इसी के साथ आए दिन छुटपुट घटनाएं यहां होती ही रहती हैं यदि पुलिस चैकी होती तो शायद इस तरह की वारदातों को टाला जा सकता था।