मंडला के बिछिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सोमवार को यह घटना हुई। एक्सीडेंट में घायल एक युवक पुष्पेंद्र यादव ने यहां दम तोड़ दिया। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उपचार न मिलने से पुष्पेंद्र की मौत हुई है।
सुबह करीब 9.30 बजे 19 साल के पुष्पेंद्र यादव और उसके छोटे भाई अजय यादव बाइक एक्सीडेंट में घायल हो गए थे। दोनों को बिछिया अस्पताल में ऑटो से लेकर पहुंचे। परिजनों का कहना है कि ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर ने पुष्पेंद्र को बिना चैक किए मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं पुष्पेन्द्र को मर्चूरी रूम में रखवा दिया।
यह भी पढ़ें: एमपी में फिर हादसा, हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की स्प्रिंग टूटी
कुछ देर बाद पिता गणेश यादव अस्पताल आए और शव कक्ष में पहुंचे। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो पुष्पेंद्र की सांसें चल रही थीं। पिता ने तत्काल इस संबंध में डॉक्टर को बताया तो उन्होंने पुष्पेंद्र को ऑक्सीजन लगा दी और मंडला रेफर करने की तैयारी करने लगे। इसी दौरान दूसरे डॉक्टर पहुंचे तो उन्होंने पुष्पेन्द्र को मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल स्टाफ और डॉक्टर पर कठोर कार्रवाई की मांग की। हंगामा के बाद थाना प्रभारी के साथ तहसीलदार व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजनों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो।
अस्पताल पहुंचे परिजन धनेश्वर प्रसाद यादव ने बताया कि दोनों भाइयों को घायलावस्था में अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां पुष्पेंद्र यादव को सीबीएमओ ने मृत घोषित कर शवकक्ष में रखवा दिया। परिजनों को उसे देखने भी नहीं दिया। करीब एक घंटे बाद जब पुष्पेंद्र के पिता वहां पहुंचे तो पुष्पेन्द्र मूवमेंट कर रहा था। उनके कहने पर सीबीएमओ ने फिर से जांच की और उसे ऑक्सीजन लगाई लेकिन कुछ ही समय में पुष्पेंद्र ने दम तोड़ दिया।
इधर मंडला के सीएमएचओ डॉ केसी सरोते ने बताया कि घायल युवक को मृत अवस्था में ही लाया गया था। परिजनों के हंगामे के बाद एसडीएम और पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच की है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असल वजह के बारे में कुछ कहा जा सकता है।