scriptशोपीस बनकर रह गया है ब्लड बैंक, नहीं है रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था | Blood Bank Has remained pretense | Patrika News
मंडला

शोपीस बनकर रह गया है ब्लड बैंक, नहीं है रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था

कर्मचारी नहीं करते हैं अच्छा व्यवहार

मंडलाJun 19, 2019 / 01:08 pm

amaresh singh

Blood Bank Has remained pretense

शोपीस बनकर रह गया है ब्लड बैंक, नहीं है रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था

मंडला। जिला अस्पताल परिसर में संचालित ब्लड बैंक अब सिर्फ शोपीस बनकर रह गया है, जहां न मरीजों को रक्त उपलब्ध हो रहा है न ही बैंक प्रबंधन के पास व्यवस्थित डोनर लिस्ट है। रक्तदाता इस बैंक में रक्तदान करने से बच रहे हैं क्योंकि ब्लड बैंक प्रबंधन शासन के नियमानुसार रक्तदाताओं को दिए जाने वाले रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था करने में भी कोई रुचि नहीं ले रहा है। जबकि रक्तदाताओं को रिफ्रेशमेंट-स्वल्पाहार दिया जाना अनिवार्य है।

यूपी अधिवक्ता परिषद् अध्यक्ष की हत्या के विरोध में वकीलों ने जताया आक्रोश

रक्तदाताओं को मिलने वाले रिफ्रेशमेंट की राशि भी हड़प ले रहे हैं

यानि अस्पताल प्रबंधन और ब्लड बैंक प्रबंधन रक्तदाताओं को मिलने वाले रिफ्रेशमेंट की राशि भी हड़प ले रहे हैं। यही कारण है कि रक्तदाताओं ने यहां रक्तदान करना बंद कर दिया है। अनेक रक्तदाताओं का कहना है कि ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा रक्तदाताओं से ठीक व्यवहार भी नहीं किया जाता। हालांकि इस बात की शिकायत पूर्व में भी गौसेवा एवं रक्तदान संगठन द्वारा की गई थी और आधी रात को रक्तदान के लिए आने वाले युवक से दुवर््यवहार करने वाले बैंक कर्मचारी पर अस्पताल प्रबंधन ने कार्रवाई भी की थी। कुछ दिनों तक बैंक कर्मचारी संयमित रहे, बताया जा रहा है अब पुन: ब्लड बैंक के कर्मचारी मनमानी पर उतर आए हैं।

रोजगार परक शिक्षा पर ध्यान नहीं और रोजगार कार्यालय को बंद करने की हो गई तैयारी


11 सौ की क्षमता, यूनिट 11 भी नहीं
ब्लड बैंक में रक्त संग्रहण के लिए चार रेफ्रिजरेटर उपलब्ध हैं। इनमें से दो फ्रिज की संग्रहण क्षमता 350-350 यूनिट की है और अन्य दो फ्रिज की संग्रहण क्षमता 200-200 यूनिट की है। यानि बैंक में कुल 1100 युनिट ब्लड संग्रहण किया जा सकता है। फिलहाल यहां रक्त की 11 यूनिट भी उपलब्ध नहीं है। यहां आने वाले मरीजों के परिजनों द्वारा जब रक्तदाताओं की सूची मांगी जाती है तो बैंक प्रबंधन एक फटा पुराना रजिस्टर थमा देते हैं, जिनमें कुछ रक्तदाताओं के जो नंबर लिखे हुए हैं, वे नंबर अब लगते नहीं। बैंक प्रबंधन ने भी डोनर लिस्ट अपडेट करने में अब तक कोई रुचि नहीं ली। यही कारण है कि रक्त के लिए मरीजों को अब भी भटकना पड़ रहा है।

सोमवार से धुरवार टोल टैक्स शुरू, पहले दिन ही विरोध, आसपास के लोगों को दिखाना होगा पास, देखें वीडियो


शिविर आयोजन में रुचि नहीं
ब्लड बैंक प्रबंधन को रक्तदान के लिए शिविर लगाने में भी कोई रुचि नहीं है। रक्तदान के लिए लोगों को जागरुक करने के लिए न ही कोई प्रचार प्रसार किया जा रहा है और न ही स्वयं सेवी संगठनों की मदद ली जा रही है। सामाजिक संगठन स्वयं ही पहल करके बैंक में रक्तदान कर रहे हैं। बैंक प्रबंधन की अकर्मण्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर भी यहां रक्तदान के लिए लोगों को जागरुक करने का कोई प्रयास नहीं किया गया और न ही किसी सामाजिक संगठन से रक्तदान के लिए संपर्क किया गया। निजी तौर पर रुचि लेते हुए पत्रिका समूह द्वारा 14 जून को ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस संबंध में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ करुणा मर्सकोल ने कहा कि अब तक जैसी अव्यवस्था रही, अब नहीं रहेगी। मैने हाल ही में चार्ज लिया है, ब्लड बैंक को व्यवस्थित किया जाएगा और रक्तदान के लिए लोगों को जागरुक भी किया जाएगा। रक्तदाताओं के लिए शीघ्र रिफे्रशमेंट की व्यवस्था भी की जाएगी।

इन राशि वाले छात्रों के लिए आज का दिन रहेगा अच्छा, रुका हुआ कार्य होगा पूर्ण

Hindi News / Mandla / शोपीस बनकर रह गया है ब्लड बैंक, नहीं है रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था

ट्रेंडिंग वीडियो