01. योग को बनाएं आदत
ब्रिदिंग एक्सरसाइज को अपनी लाइफ स्टाइल में जगह दीजिए। स्ट्रेचिंग भी बहुत असरकारक है। योग के माध्यम से व्यक्ति पूरे यूनिवर्स से जुड़ता है। उसका अकेलापन कम होता है। याद रखिए योग करना ‘जिम’ जाने जैसा नहीं है। यह हाड़तोड़ व्यायाम से अलग है इसलिए इसे विशेष तौर पर संकल्पों की सूची में जगह दी गई है।
02. टाइम को करें मैनेज
समय का सम्मान करोगे तो समय आपका करेगा। तय समय सीमा में और आज का काम अभी पूरा करने की आदत डालेंं। इंसान खुद जानता है कि वह कितना बड़ा ‘टाइम किलर’ है। गाहे-बगाहे जिंदगी के नायाब लम्हों को बरबाद ना करें। वक्त की पाबंदी आपको तनावमुक्त भी रखेगी और एफिशिएंसी भी बढ़ेगी।
03. आस्था खुद में, ईश्वर में
आस्थावान होने पर आप मजबूत बनते हैं। ईश्वर को मानते हैं तो अपने आराध्य से अपना संबंध और खास बना लीजिए और नहीं मानते हैं तो फिर अपने आप को तो मानिए। स्वयं के प्रति घोर आस्तिक बनिए, खुद में यकीन रखिए। यही आस्था सही निर्णय तक पहुंचने की मास्टर की साबित होगी।
04. परिवार को रखें सर्वोपरि
हम अपने परिवार के प्रति बहुत लापरवाह होते हैं। सारी इमोशनल ड्रामेबाजी परिवार को ही झेलनी पड़ती है। अपने इस अहम दायित्व को निभाने की आदत डालिए। परिवार को समय दीजिए और क्वालिटी टाइम बिताने के लिए खास बात क्वालिटी ही है। कभी-कभी फैमिली के लिए भी इवेंट मैनेजर बनिए।
05. हॉबी को बनाएं संकल्प
अपने लिए वक्त निकालिए और अपनी अभिरुचि का काम करिए। स्वयं को बहुत अधिक अनुशासित करने के फेर में लोग अपनी हॉबी को मर जाने देते हैं। ऐसा न करने का संकल्प लें। कुछ भी करें जो आपको खुश रखे आपको जिंदा रखे। अपनी हॉबी जीएं शर्तिया वह आपको जिंदादिल बनाए रखेगी।
06. प्रकृति को बनाएं हमदम
बहुत शायराना भी नहीं होना है, लेकिन प्रकृति के समीप रहने का संकल्प लें। उसकी ताकत को पहचानें। मान लिया कि सब कुछ प्रकृति में ही है लेकिन नेचर को पर्सनलाइज कीजिए। उल्लासमयी सुबह से दिल लगाइए या अल्हड़ शाम के हम सफर बनिए। सुबह की पदचाप सुनिए तो शाम को भी विदा करके आइए। पेड़-पौधे, फूल-पत्ती, हवा-बादल, चांद-सितारे सबसे एक नजदीकी याराना कायम कीजिए। आप कुदरत को खास तवज्जो देंगे तो वो आप को खास बनाने लगेगी।
07. प्रेरित हों और प्रेरित भी करें
जिंदगी की कसौटी सिर्फ प्रेरणा हासिल करना ही नहीं है। लोगों को प्रेरित करना भी है। प्रेरित करने वाला पॉजिटिव एन्वायरमेंट बनाता है। लाइफ का स्टै्रस कम होता है। ‘सेल्फ हेल्प बुक्स’ बहुत सहायता करती हैं। सावधानी रखें मोटिवेशनल बुक्स और वीडियोज के भी आदी न बनें। यह भी एक प्रकार का नशा भी है।
08. पॉजिटिव थिंकिंग को नेचर में उतारें
अपने आपको कमतर समझना और लगातार ऐसा विचार करते रहना बहुत घातक साबित होता है। इसलिए नए साल में सबसे पहला प्रयास यह करें कि अपने विचारों को पॉजिटिव रखें। हीन-भावना का शिकार होने से बचें लोगों से अपनी तुलना करना भूलें।
09. थोड़ा आराम देगा एनर्जी
खुद को थका-थकाकर अधमरा कर लेना भी समझदारी नहीं है। यदि टारगेट से पीछे रह गए हैं तो उसके लिए अपना चैन और नींद कुर्बान नहीं करनी है। तगड़ी मेहनत के साथ आराम का भी ध्यान रखना है। अपने घर से दूर किसी और शहर में हैं तो अपना ख्याल रखना बहुत जरुरी है। सेहत ही सबसे बड़ी पूंजी है।
10. स्टै्रस को करें अपने अंदाज में मैनेज
खराब और विपरीत परिस्थितियों को स्वीकारें। कभी हार नहीं मानें। लाइफ कोच ये मानते हैं कि टालने से स्ट्रेस और बढ़ता है। संकल्प लें कि कोई कारगर उपाय ढूंढक़र तुरंत सकारात्मक सोच पर लौट आएंगे। स्टै्रस और दुख में व्यक्ति सिम्पैथी की तलाश करता है।
11. सोशल ग्रुप्स का करें सदुपयोग
सोशल प्लेटफार्म का चैम्पियन वही है जो अपने समय को बरबाद होने से भी बचा ले और नदारद भी नहीं रहे। सीमित अंदाज में सोशल रहें। एकदम एकांतवास में जाने की जरुरत नहीं है। हमें वक्त के इस सबसे अलहदा माध्यम के उपयोग को सदुपयोग में बदलना है।
12. एक्टिवनेस से रहें अलर्ट
कई बार टालमटोल की आदत के कारण हमारी गति बाधित हो जाती है। समय बीतता रहता है और हम पिछड़ते रहते हैं। स्वयं को निष्क्रियता के मकडज़ाल में उलझने से बचाना है। मिनट-टू-मिनट का हिसाब नहीं रखना है, सावधानी यही रखनी है कि आलसी नहीं बनना है। किसी भी काम को पेंडिंग भी नहीं रखना।
13. सामूहिक भावना का हो विकास
दोस्तों में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए लेकिन बिना बात की चालाकियां और स्वार्थी रवैये से बचिए। आपके मित्रों, समूह के साथियों की संख्या सैंकड़ों तो नहीं होगी। इसलिए जो मित्रमंडली है साथी है उनकी सामूहिक तरक्की में ही आपकी तरक्की हैै इसी सोच को विकसित करें।
14. विज्ञान से करें दोस्ती
आपका कॅरियर विज्ञान विषयों पर आधारित नहीं है तब भी विज्ञान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाइए। सांइटिफिक एप्रोच नई राहें खोलती है और खुली राहों को रोशन करती है। यदि विज्ञान के विद्यार्थी हैं तो नए आविष्कारों, अभियानों और योजनाओं के टच में रहने की कोशिश करेंगे तो औरों से ज्यादा सफल रहेंगे।
15. इच्छाओं को निरंतर जीएं
मरी हुई इच्छाओं से मरा हुआ कुछ भी नहीं होता है। अपनी इच्छाओं की सूची बनाइए। उन्हें पूरा करने के प्रयास का संकल्प लीजिए। दिन मेें देखे हुए सपने दिनभर की मेहनत से सच किए जा सकते हैं। प्लान बनाइए, उठ जाइए और फिर जुट जाइए। यकीन मानिए आपकी इच्छाएं जरूर पूरी होंगी।
16. अतीत को होने दें व्यतीत
बीता हुआ समय, घटनाएं, वस्तुएं और व्यक्तियों को वर्तमान पर हावी नहीं होने दें। पिछले समय की निराशा, विफलता और दुखद लम्हों को पीछे छोड़ दें। विफलता सबक तो सिखाती ही है। इसी सबक के रूप में याद रखने की कोशिया करेंगे तो आने वाली कामयाबियों के लिए वह आवश्यक मोड़ साबित होगी।
17. विनम्रता को बनाएं फ्रेंड
अपनी ही समझ से अपनी अकड़ कम करने की कोशिश की जाए तो बेहतर होगा। नए साल में अक्खड़ स्वभाव को रवाना कीजिए और विनम्र व्यवहार को आदत बना लीजिए। हालांकि शुरू-शुरू में मुश्किल होगी और अजीब भी लगेगा लेकिन लॉन्ग टर्म में इसका असर जादू जैसा होता है।
18. खुद में जगाएं स्वाभिमान
पूरी दुनिया के स्तर पर आपकी पहचान है कि आप यंग इंडियन हैं। इंडियन होने को अपना स्वाभिमान बनाइए। इंडिया को जानिए। पढि़ए। अपने सिलेबस से अलग खास अंदाज में। आपको खुद लगना चाहिए- इंक्रेडिबल इंडिया। कल्चर, टूरिज्म, रिलीजन, इकॉनोमी और भी बहुत कुछ-इसे एक मिशन की तरह लीजिए।
19. करते रहें खुद को अपडेट
यह छोड़ें कि आपको सब आता है। सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग, वर्कशॉप या अपने बजट के हिसाब से कोई छोटा-मोटा कोर्स इस साल करना ही है। बोलना-चलना, देखना-परखना, सोचना-समझना सचमुच आसान नहीं है, इन्हें सीखना ही पड़ता है। देर करेंगे तो समय सिखा देगा वो महंगा बहुत पड़ेगा।