राजस्थान से करें शुरुआत
राजस्थान और गुजरात ही ऐसे राज्य हैं जहां कैमल पॉप्यूलेशन सबसे अधिक है। दोनों राज्यों में आंकड़ों के अनुसार करीब 3 लाख कैमल हैं। आप कैमल मिल्क से जुड़े किसी स्टार्टअप की शुरुआत करना चाहते हैं तो राजस्थान आपके लिए फायदेमंद होगा क्योंकि एक तो यहां कैमल फार्मर अधिक हैं, दूसरा कैमल प्रोडेक्ट के मार्केट में ज्यादा कॉम्पिटिशन नहीं है।
इनके मॉडल पर रिसर्च करें
कैमल मिल्क के प्रोडेक्ट कितने लाभकारी हैं, इसके प्रचार में किसी ने रुचि नहीं दिखाई है। अब कई ऐसी ग्लोबल फर्म सामने आई हैं, जिन्होंने कैमल मिल्क व उसके प्रोडक्ट को कमर्शियली सक्सेस दिलाई है। इनमें से अधिकतर फर्म कैमल मिल्क बेचने के साथ अन्य डेयरी प्रोडेक्ट भी बेच रही हैं। इनमें चॉकलेट, दही भी शामिल है। ग्लोबली जो फर्म कैमल मिल्क के मार्केट को लीड कर रही हैं, उनमें अल इन डेयरी, डेजर्ट फॉर्म, कैमलेशियिस, द कैमल मिल्क व आईडीजे जैसी कंपनियां शामिल हैं। यदि आप भी इस सेक्टर में स्टार्टअप के मौके तलाश रहे हैं तो इन कंपनियों के मॉडल पर स्टडी जरूर करें।
यंग एंटरप्रेन्योर के लिए हो सकता है बेहतरीन मौका
कैमल मिल्क व उसके प्रोडेक्ट के सेक्टर में आ रहा बूम नए एंटरप्रेन्योर के लिए स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखने का बेहतर मौका है। यदि आप एग्रीटेक सेक्टर में रुचि रखते हैं तो कैमल मिल्क और उसके प्रोडेक्ट एक अच्छा आइडिया है। इसमें आपको केवल एक ऐसा ऑनलाइन या ऑफलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करना है जो कि परंपरागत कैमल डेयरी और कस्टमर के बीच कड़ी का काम करे। राजस्थान और गुजरात के 15 से अधिक जिलों में ऐसे बहुत से कैमल डेयरी फॉर्म हैं, जो कि कैमल मिल्क बेच तो रहे हैं, पर उन्हें एक्सपोजर नहीं मिल रहा है। इस ओर ध्यान देकर काम शुरू करें।
चॉकलेट की मांग ग्लोबली
कैमल मिल्क से बनने वाले प्रोडक्ट में सबसे ज्यादा फेमस चॉकलेट है। देश के अलावा विदेशों में भी इसकी खासी डिमांड है। कैमल मिल्क चॉकलेट को इंट्रोड्यूज करने का श्रेय जाता है दुबई की कंपनी अल नस्मा को। उनकी आर्टिजन चॉकलेट की मांग कई देशों में है। इसके बाद नॉर्थ अमरीकन और यूरोपियन कंपनियों के साथ इंडिया में भी कई छोटी कंपनियों ने कैमल मिल्क चॉकलेट का प्रोडक्शन स्टार्ट किया।