इस दौरान उन्होंने अपनी जर्नी शेयर करते हुए कहा था कि ‘जब वे 12 साल के थे, तब कैंसर की वजह से उनकी मां का निधन हो गया था। इसके 6 माह बाद ही उनके पिताजी का भी देहांत हो गया। उस वक्त हमारे पास सिर्फ एक पुराना घर था। आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि खाने को भी कुछ नहीं था। माता-पिता के चले जाने के बाद मेरी दो बहनों की जिम्मेदारी मुझ पर आ गई थी। इनके पालन-पोषण और पढ़ाई के लिए काम करना शुरू किया। ऐसे में वे सुबह पोस्ट ऑफिस में काम करते और शाम को विदेशी सैलानियों के सामने लडक़ी के वेश में डांस करते। यहां से अच्छी खासी आमदनी मिलना शुरू हो गई, लेकिन आस-पास के लोगों ने लडक़ी बनने पर मजाक बनाना शुरू कर दिया। आज इसी डांस स्टाइल से दुनियाभर में उनकी पहचान बनीं।’
अच्छे दोस्त और साथी
सिंगर मामे खान ने उनकी मौत के बाद फेसबुक पर लिखा कि जीवन एक उपहार है, लेकिन नाजुक और अनमोल भी है। सडक़ दुर्घटना के बारे में सुनकर गहरा धक्का लगा, जिसमें हमने प्रदेश के बेहतरीन कलाकारों को अपने से दूर कर दिया। क्वीन हरीश आप मेरे सफर में एक अच्छे दोस्त और साथी की तरह थे। आपके बिना यह दुनिया रंगीन नहीं लगेगी। सभी कलाकारों के परिवार वालों को मैं अपनी तरफ से संवेदनाएं अभिव्यक्त करता हूं। भगवान उन्हें शक्ति दे।
जैसे पूरा ब्रह्मांड डांस कर रहा हो
म्यूजिक डायरेक्टर राम संपत ने लिखा कि यह अविश्वसनीय है कि मेरे दोस्त क्वीन हरीश का सडक़ दुर्घटना में निधन हो गया है, मेरा दिल टूट गया है और मुझे जो पर्सनली नुकसान हुआ है, उसे बयां करना बहुत मुश्किल है। हम आपके प्रति प्रेम, विश्वास और अपनेपन को नहीं भूल पाएंगे। आपने सारे नियम तोड़े और अपनी शर्तों पर जीत हासिल की। जब आप नृत्य करते थे तो ऐसा लगता था कि पूरा ब्रह्मांड नृत्य कर रहा है।