शोधकर्ताओं ने पाया कि कम आय वाले लोग उतनी गपशप नहीं करते जितनी कि उनके समकक्ष अच्छी आय प्राप्त करने वाले लोग करते हैं। युवा लोगों में अपने पुराने साथियों के मुकाबले नकारात्मक रूप से गपशप करने की अधिक संभावनाएं होती है। अध्ययन का नेतृत्व करने वाली सहायक मनोविज्ञान प्रोफेसर मेगन रॉबिंस कहती हैं कि इस बारे में सही जानकारी की कमी है कि कौन कैसे गपशप करता है और किस विषय पर।
अंतर्मुखी पर बहिर्मुखी लोग भारी
अध्ययन के अनुसार अंतर्मुखी व्यक्तियों की तुलना में बहिर्मुखी लोग ज्यादा गपशप करते हैं जबकि पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा गपशप करती हैं। यह अध्ययन 18 से 58 साल की उम्र वाले 467 लोगों पर किया गया। इनमें 269 महिलाएं तथा 198 पुरुष थे।
तीन चौथाई ठिठोली मिली तटस्थ
प्रतिभागियों को एक सुनने वाला उपकरण पहनाया गया। शोध में पता चला कि 16 घंटों के काम के दौरान 14 फीसदी लोगों की बातचीत में केवल गपशप की बातें शामिल थीं। तीन-चौथाई गपशप तटस्थ थीं। इसके अलावा सकारात्मक की तुलना में नकारात्मक गपशप दुगुनी थी।
न करने वाला कोई नहीं
कोई व्यक्ति गपशप नहीं करता क्योंकि यदि ऐसा होता है तो इसका अर्थ होगा कि वह तभी किसी दूसरे व्यक्ति की बात करता है जब वह सामने होता है।
– प्रो. मेगन रॉबिंस