इंटीरियर डेकोरेशन
यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें पैसे के साथ नाम भी है। इसमें ऑफिस, घर, दुकान आदि को न केवल बेहतर तरीके से सजाया जाता है बल्कि उसके कोने-कोने का बेहतर इस्तेमाल भी किया जाता है, इसका ध्यान रखा जाता है। ड्रॉइंग, रूम, किचन, लॉबी, बच्चों का कमरा, मीटिंग रूम, वर्किंग रूम और बाल्कनी आदि को आकर्षक तरीके से डेकोरेट किया जाता है।
अनिवार्य योग्यता
कोई भी छात्र जिसको कला का अच्छा ज्ञान हो और क्रिएटिव सोच रखता है। इसके साथ ही मौके पर समझदारी दिखा सकता है। इस क्षेत्र में प्रयास कर सकता है। इसके लिए योग्यता में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास होना अनिवार्य है। बिल्डिंग की बनावट और डेकोरेट के नए तौर तरीकों को जानना और जनसंपर्क अच्छा होना चाहिए।
संबंधित कोर्स
इसमें 12वीं के बाद डिप्लोमा, डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद इस क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कर सकते हैं। आइटीआइ और पॉलीटेक्निक के कोर्स भी हैं। जिसके लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है। इस फील्ड से जुड़े संबंधित कोर्स हैं-
रोजगार के अवसर
इंटीरियर डिजाइनर केवल घरों को सजाने-संवारने तक ही सीमित नहीं है बल्कि शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स, हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, रेस्तरां, होटल, ऑफिस आदि अन्य कई कॉर्पोरेट ऑफिस में भी इस तरह के प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ गई है। इनके अनुसार ही यहां के रंग, फर्नीचर और डेकोरेशन का चयन किया जाता है। खास बात यह है कि वे ग्राहक के बजट के अनुसार ही प्लानिंग, कंस्ट्रक्शन, रेनोवेशन और डेकोरेशन पर ध्यान देते हैं।
स्किल बढऩे के साथ बढ़ता है पैसा
शुरू में इसमें 10-15 हजार प्रति माह मिलता है लेकिन कार्य क्षेत्र और अनुभव बढऩे के साथ ही इसमें हर महीने लाख रुपए से अधिक भी कमाया जा सकता है। कॅरियर की शुरुआत आप किसी अनुभवी इंटीरियर डेकोरेटर के साथ कर सकते हैं। इससे भविष्य में अधिक मदद मिलती है। आपको सिखने को मिलता है।
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