मैनपुरी। इस जिले की राजनीति में केवल समाजवादी पार्टी का दबदबा बना हुआ है। चाहे लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का। सभी चुनावों में वर्षों से समाजवादी पार्टी की साइकिल चल रही है। जिलापंचायत अध्यक्ष पद पर तो 20 वर्षों से सपा का राज है। यहां सपा का ऐसा समीकरण बना है कि किसी भी पार्टी की सरकार हो कोई फर्क नहीं पड़ता। केवल सपा के ही लोग चुनाव जीतते हैं। चाहे बसपा की सरकार हो या वर्ष 2017 में भाजपा की। जिला पंचायत सदस्यों पर केवल सपा का ही छाप है। वर्तमान में बदायूं के सपा सांसद धमेन्द्र यादव की बहन संध्या यादव जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।
सरकार बदलने के बाद भी नहीं होती कोशिश मुलायम सिंह की सरकार जाने के बाद वर्ष 2007 में जब बसपा की सरकार आई तो उस समय अंदाजा था कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर असर पड़ेगा लेकिन हुआ नहीं। फिर वर्ष 2012 में सपा की अखिलेश सरकार आई। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार आने के बाद भी एक बार हवा उड़ी की इस बार बदलाव हो जाएगा। योगी आदित्यनाथ की सरकार को 6 महीने सेे अधिक समय हो गया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा।
कुल हैं 32 सदस्य मैनपुरी जनपद में जिला पंचायत अध्यक्ष समेत कुल 32 जिला पंचायत सदस्य हैं। वर्ष 2007 में सपा की सुमन यादव जिलापंचायत अध्यक्ष थीं। वर्ष 2012 में सपा के ही आशू दिवाकर जिलापंचायत अध्यक्ष रहे और 2017 में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की चचेरी बहन संध्या यादव बनीं। मैनपुरी में कांग्रेस, भाजपा और बसपा का पिछले 20 सालों में कोई न तो अध्यक्ष रहा और ना ही सदस्य।
patrika IMAGE CREDIT: patrika वर्ष 2017 में मचा घमासान हुआ शांत वर्ष 2017 में जुलाई महीने में एक बार वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ कुर्सी बदलने का घमासान मचा था लेेकिन जल्द ही शांत हो गया। जिलाधिकारी मैनपुरी को 24 जिला पंचायत सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया था।
15 महिलाएं और 17 पुरुष मैनपुरी जिले में जिलापंचायत के कुल 32 सदस्य हैं। इसमें खास बात यह है कि महिला सदस्य ही जिला पंचायत अध्यक्ष हैंं। 32 में 15 महिलाएं और 17 पुरुष सदस्य हैं।
Hindi News / Mainpuri / यहां जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर 20 साल से सपा का कब्जा, नहीं चली कोई लहर