बसना वन परिक्षेत्र अंतर्गत बड़े साजापाली बीट के खुरदरहा के एक खेत में जाल से मछली निकालते समय अचानक हाथी आ गए। हाथी को देखकर वृद्ध भाग नहीं पाया। हाथी ने सूंड से उठाकर पटक दिया। इससे रामलाल पिता बलीराम (62) की मौत हो गई। गुरुवारु और हलेश हाथी को देखकर भाग गए। पिछले कुछ सप्ताह से बसना क्षेत्र में हाथियों को चहल-कदमी लगातार जारी है।
मृतक के साथी गुरूवारू और हुलास ने घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना के तत्काल बाद बसना के वन परिक्षेत्र अधिकारी सुखराम निराला दल-बल के साथ घटना स्थल पहुंचकर हाथियों को गांव से दूर (elephant terror) खदेड़ा। शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमोर्टम के लिए चीरघर पहुंचाया।
बसना वन विभाग द्वारा मृतक परिवार को 25 हजार की आर्थिक सहायता तत्काल दी गई। बसना व सरायपाली सीमा क्षेत्र के आस-पास पिछले कुछ सप्ताह से हाथियों का विचरण हो रहा है। इससे फसलें भी प्रभावित हो रही है। किसान मुआवजा की मांग कर रहे हैं।
झालपाली के किसान रामसुंदर साहू ने बताया कि एक एकड़ खेत में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। इसी तरह हाथियों के बार-बार आने से कई खेत धरसा बन गए हैं। बसना वन परिक्षेत्र अधिकारी एसआर निराला ने बताया कि फिलहाल मृतक परिवार को (Elephant Attack In Mahasamund) तात्कालिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपए दिए गए हैं। इसके अलावा 5 लाख 75 रुपए का मुआवजा प्रकरण भी बनाया जा रहा है।
गांव में कराई मुनादी Elephant Attack In Mahasamund: घटना के बाद ग्रामीणों को अलर्ट किया गया। हाथी के आस-पास नहीं जाने की अपील की गई। इसके अलावा जंगल की ओर नहीं जाने के लिए कहा गया। वन विभाग द्वारा हाथियों की लगातार मानिटरिंग की जा रही है। मुनादी के माध्यम से देकर रात्रि में जंगल की ओर नहीं जाने की अपील की जा रही है। पिछले दिनों भालू के हमले से भी टेका निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक खेत में कार्य कर रहा था तभी भालु ने हमला कर दिया। प्राथमिक उपचार के दौरान मौत हो गई। वन्य जीव भोजन की तलाश में खेतों व शहर की ओर आ रहे हैं।