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Dhan Kharidi: बारिश बनी बाधा… 80 केन्द्रों में नहीं हुई धान खरीदी, आज से उठाव होगा प्रारंभ

Dhan Kharidi: महासमुंद में फेंगल तूफान के असर से बेमौसम बारिश के कारण सोमवार को 80 से ज्यादा उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी नहीं हो पाई।

महासमुंदDec 03, 2024 / 04:23 pm

Shradha Jaiswal

cg news
Dhan Kharidi: छत्तीसगढ़ के महासमुंद में फेंगल तूफान के असर से बेमौसम बारिश के कारण सोमवार को 80 से ज्यादा उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी नहीं हो पाई। कई किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे थे। फड़ गीला होने के कारण उन्हें धान लेकर लौटना पड़ा।
मंगलवार को भी बारिश होती है तो धान खरीदी प्रभावित होगी। जिले में शनिवार और रविवार को जिले में बारिश हुई। इससे फड़ गीला हो गया है। सहकारी समिति कर्मचारियों को धान को सुरक्षित रखने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। किसान भी खेत में काटकर रखी गई फसल को लेकर चिंतित हैं। इधर, मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक हल्की बारिश होने और घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है। आने वाले कुछ दिनों तक बदली-बारिश का मौसम रहा तो ठंड बढ़ सकती है।
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Dhan Kharidi: धान लेकर उपार्जन केंद्रों में पहुंचे किसान लौटे

CG Weather: सहकारी समिति संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने बताया कि जिले में कई केंद्रों में सोमवार को धान की खरीदी नहीं हो पाई। बागबाहरा ब्लॉक में 50 फीसदी केंद्रों में खरीदी प्रभावित रही। सोमवार की रात बारिश नहीं हुई तो मंगलवार को धान की खरीदी होगी। फड़ सूख गया है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा ने बताया कि जिले में सोमवार को कई केंद्रों में धान नहीं खरीदा जा सका। आज से उठाव भी प्रारंभ हो जाएगा।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने सभी एसडीएम, धान खरीदी केंद्रों के लिए नियुक्त जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों व जिला खाद्य अधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को जिले में असामयिक बारिश होने की संभावना को देखते हुए जिले के सभी धान उत्पार्जन केंद्रों में भंडारित धान की सुरक्षित रखाव और बचाव के संबंध में सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में बेमौसम बारिश के कारण धान खराब न हो, इसे ढंकने के लिए तिरपाल, केप कव्हर आदि के पुता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

केंद्रों में धान स्टैक को सुरक्षित रखने का प्रयास

उन्होंने कहा है कि धान खरीदी शासन की प्राथमिकता में है। किसान से लिए गए धान पूर्णत: सुरक्षित रहे, यह सुनिश्चित करें। कलेक्टर के निर्देशानुसार सभी उपार्जन केन्द्रों में खरीदे हुए धान की स्टैकिंग बनाकर समय पूर्व केप कव्हर से ढका जा रहा है। सभी नोडल अधिकारियों द्वारा धान खरीदी केन्द्रों पर सतत् निरीक्षण कर मॉनिटरिंग की जा रही है। कलेक्टर ने उन्हें व्यक्तिगत जिमेदारी देते हुए धान को किसी भी परिस्थिति में सुरक्षित रखने कहा है। नोडल अधिकारी ने बताया कि बारिश से धान की सुरक्षा के लिए ड्रेनेज बनाया गया है।
सभी धान खरीदी केन्द्रों में केप कव्हर पर्याप्त संया में उपलब्ध है। केन्द्रों में पानी जमा न हो इसके लिए निकासी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अभियान तेजी से चल रहा है। नोडल अधिकारी आशीष शर्मा ने बताया कि 30 नवंबर तक 182 केंद्रों के माध्यम से 30839 किसानों से 150512 टन धान खरीदा गया।

लिमिट से ज्यादा धान

जिले के करीब 90 उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से ज्यादा धान है। अभी तक एक भी केंद्र से उठाव प्रारंभ नहीं हुआ है। इससे समितियों की मुसीबत बढ़ गई है। कुछ केंद्रों में जगह भी कम पड़ रही है। यदि एक-दो दिन में उपार्जन केंद्रों से धान का परिवहन शुरू नहीं हुआ तो बोरों का पहाड़ लग जाएगा।
जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने उपार्जन केंद्रों की स्थिति से कलेक्टर को अवगत कराया है। बताया जाता है कि आज से केंद्रों से धान का परिवहन शुरू हो जाएगा। ज्ञात हो कि 14 नवंबर से धान की खरीदी शुरू हुई है। 30 हजार किसान अपनी उपज बेच चुके हैं।

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