दरअसल कोरोना के कम होते संक्रमण दर के दृष्टिगत विगत दिवस 600 एक्टिव केस से कम संख्या वाले 61 जनपदों को कोरोना कर्फ्यू (Corona Cerfew) से छूट दी गई थी। ताजा स्थिति के अनुसार लखीमपुर खीरी, जौनपुर और गाजीपुर जनपद में कुल एक्टिव केस की संख्या 600 से कम रह गई है। ऐसे में अब इन जिलों में भी सप्ताह में पांच दिन सुबह 07 बजे से सायं 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी जाएगी। साप्ताहिक व रात्रिकालीन बन्दी सहित अन्य सभी संबंधित नियम इन जिलों में लागू होंगे। वर्तमान में 11 जिलों में कोरोना कर्फ्यू प्रभावी है।
सीएम ने निर्देश दिए कि कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। रात्रिकालीन बन्दी को प्रभावी बनाने के लिए शाम 06 बजे से ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं। पब्लिक एड्रेस सिस्टक का उपयोग करें। कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने। कोविड की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी के क्रम में मानव संसाधन का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। नोएडा और लखनऊ में मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण जारी है। अब डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ आदि के लिए पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग भी शुरू हो गई है। यह कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाए। सुविधानुसार भौतिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए।
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सुचारु रूप से चल रही टीकाकरण की प्रक्रिया
कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है। 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। अब तक 01 करोड़ 82 लाख 32 हजार 326 कोविड वैक्सीन एडमिनिस्टर हुए हैं। प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों के लिए निःशुल्क कोविड टीकाकरण महाभियान जारी है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस महाभियान को सफल बनाएं। बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अभिभावकों का कोविड टीकाकरण प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। “अभिभावक स्पेशल टीकाकरण बूथ” के अधिकाधिक उपयोग के लिए लोगों को जागरूक किया जाए।
सुनिश्चित हो कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन निःशुल्क है। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित हो, इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था लागू की गई है। वहीं ऑक्सीजन की मांग, आपूर्ति और खर्च में संतुलन बनाने के लिए कराए जा रहे ऑक्सीजन ऑडिट के अच्छे परिणाम मिले हैं। सतत नियोजित प्रयासों का ही परिणाम है कि अधिकांश मेडिकल कॉलेजों और रिफिलर्स के पास में 03 से 04 दिन का ऑक्सीजन बैकअप हो गया है। बीते 24 घंटों में 401 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया है। औद्योगिक इकाइयों को ऑक्सिजन के उपयोग की अनुमति दी जा चुकी है।
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तेजी से चल रहा इन एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य
कोरोना महामारी के बीच जीवन और जीविका को सुनिश्चित करने के साथ-साथ विकास परियोजनाओं को भी गतिशील रखने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य को तेजी से चल रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जल्द ही यह जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। वहीं देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे ‘गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए लगभग 60 फीसदी भूमि अधिग्रहीत की जा चुकी है। भूमि अधिग्रहण का और कार्य तेज किया जाए। जुलाई तक इसके निर्माण हेतु निविदाएं आमंत्रित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।