ग्रामीण क्षेत्रों की छात्राओं को मिलेगा फायदा
बता दें कि इन विद्यालयों में पढ़ाई करने वाली अधिकांश छात्राएं ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। उन्हें सेनेटरी पैड और उसके उपयोग के बारे में कम जानकारी है। योगी सरकार का यह कदम बालिकाओं की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए एक ठोस पहल माना जा रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह के निर्देश पर सेनेटरी पैड की खरीद में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
एक सप्ताह के भीतर छात्राओं को बांटने होंगे सेनेटरी पैड
निर्देश के अनुसार, बजट प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर ही सेनेटरी पैड को संबंधित
विद्यालय समितियों को वितरित कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, ब्लॉक स्तर पर प्रधानाध्यापकों की बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। सेनेटरी पैड की खरीद और वितरण के लिए विद्यालय स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक, महिला शिक्षिका, आईसीडीएस सुपरवाइजर और एक एएनएम सदस्य के रूप में शामिल होंगी।
छात्राओं को उपस्थिति नियमित करने के लिए लिया फैसला
यह योजना न केवल बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने का एक माध्यम है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कक्षा 6 से 8 की छात्राओं की नियमित उपस्थिति और उनकी शिक्षा में सुधार होने की उम्मीद है।