JPNIC Controversy: क्या है जेपीएनआईसी? अखिलेश यादव से दिल के बेहद करीब है ये प्रोजेक्ट, जानिए क्या है इसकी खासियत
JPNIC Controversy: जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर अखिलेश यादव को JPNIC जाकर उन्हें माल्यार्पण करने की तैयारी में थे। लेकिन सरकार ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया है। कल यानी 9 अक्टूबर से ही योगी सरकार ने इसकी तैयारियां शुरु कर दी थी। आइए आपको बताते हैं पूरे विवाद का केंद्र बने JPNIC के बारे में। जानिए क्या है जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र।
JPNIC Controversy: जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसकी नींव समाजवादी पार्टी सरकार ने 2013 में रखी थी। इसी जेपीएनआईसी सेंटर पर जाकर अखिलेश यादव माल्यार्पण कर जय प्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने वाले थे।
अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है जेपीएनआईसी (JPNIC)
जेपीएनआईसी (JPNIC) अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है। 18 मंजिला इस इमारत की शुरुआत 2013 में की गई थी। साल 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया था जिसमें ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल और मल्टीपर्पज कोर्ट शामिल थे। इसमें 100 कमरों की छमता वाला एक अतिथिगृह भी बना हुआ है और इसकी छत पर एक हेलीपैड भी है। लेकिन फिलहाल ये हिस्सा फिर से बंद कर दिया गया है। इसी सेंटर में जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा स्थापित है। यहां पर समाजवादी कार्यक्रम आयोजित होते रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद जेपीएनआईसी (JPNIC) के निर्माण कार्य में गड़बड़ी की जांच के आदेश दिए गए। लखनऊ विकास प्राधिकरण इसकी जांच भी कर रहा है। समाजवादी सरकार की सरकार जाने के बाद लगभग 800 करोड़ रुपये की लागत से बना जेपीएनआईसी अब खंडहर में तब्दील हो गया है। बिल्डिंग में जगह जगह टूट-फूट भी शुरू हो चुकी है। आस-पास का एरिया जंगल में बदल गया है। स्पोर्ट्स ब्लॉक, कन्वेंशन, पार्किंग, म्यूजियम ब्लॉक भी बदहाल हो चुके हैं।
अखिलेश यादव को पिछले साल भी रोका गया था
आपको बता दें कि योगी सरकार ने पिछले साल भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव को वहां जाने से रोक दिया था। रोके जाने के बाद वो परिसर का गेट फांद कर अंदर दाखिल हुए थे और जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था।
इस बार भी जाने नहीं दिया गया, आवास पर तैनात किया पुलिस बल
इस बाग भी जय प्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश यादव वहां श्रद्धांजलि देने जाने वाले थे लेकिन सपा अध्यक्ष के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जिस कारण से सपा नेताओं का गुस्सा भड़क उठा। सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे। आवास पर ही माल्यार्पण करने के बाद अखिलेश यादव ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये लोग म्यूजियम बेचना चाहते हैं। पुलिस कब तक खड़ी रहेगी। जब भी पुलिस हटेगी तो हम फिर वहां जाएंगे और जयंती मनाएंगे। यह सरकार गूंगी बहरी तो थी ही अब अंधी भी हो गई है। सरकार कोई भी अच्छा काम नहीं करना चाहती है। त्योहार के दिन भी अधर्म का काम कर रहे हैं’।
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