यूपी में बनेगा पहली टॉय सिटी लखनऊ. झांसी के खिलौनों को एक जिला एक उत्पाद योजना में किया गया है। इसके लिए पहले से सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग देश की पहली खिलौना उद्योग नीति बनाने में जुटा था। अब पीएम मोदी के मन की बात को दिल पर लेते हुए योजना में अचानक तेजी से प्रयास शुरू हो गए हैं। नीति का ड्राफ्ट तैयार है, जो जल्द ही कैबिनेट में लाया जाएगा। साथ ही पहली टॉय सिटी भी उत्तर प्रदेश में बनाने की पूरी तैयारी है। झांसी, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, चित्रकूट जैसे शहरों में लकड़ी, मिट्टी, टेराकोटा आदि के खिलौने पारंपरिक रूप से बनते हैं। इसे समझते हुए ही प्रदेश में सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो एक जिला एक उत्पाद योजना बनाई, उसके तहत झांसी के खिलौना उद्योग को इसमें शामिल किया।
अमेठी में तैयार होगा कोविड एल टू अस्पताल अमेठी. सांसद स्मृति ईरानी के लोकसभा क्षेत्र अमेठी में जल्द ही एलटू अस्पताल शुरू होगा। जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार बढ़ रहा है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने ये फैसला किया है। जिले में 18 बेड का आईसीयू बनाया जा रहा है जिसमें 14 वेंटिलेटर बनाया जाएगा। इस अस्पताल के बन जाने के साथ ही जिले में एल टू अस्पतालों की संख्या दो हो जाएगी। फिलहाल संयुक्त जिला अस्पताल को एल वन व अटैच्ड एल टू अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है। अस्पताल के लिए शासन द्वारा 18 वेंटिलेटर और सिलेंडर ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई गई है। वेंटीलेटर की व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद यहां स्टाफ की तैनाती की जाएगी।
मूक-बधिर से दुष्कर्म में 15 साल की कैद बांदा. जिले में एक आरोपी को मूक बधिर बच्ची के साथ दुष्कर्म में 15 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। घटना बबेरू कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 6 जनवरी 2016 को शाम करीब 4 बजे की है। गांव की 14 वर्ष की मूकबधिर किशोरी खलिहान गई थी। वहां उसे अकेला पाकर गांव के ही 24 वर्षीय युवक अली रजा उसे वहां एक कमरे में ले गया। उसे मारपीट कर डरा-धमकाकर दुष्कर्म किया। इसका खुलासा होने के बाद आरोपी के खिलाफ धारा 376 (2), 452, 506 व 3/4 पॉस्को एक्ट में रिपोर्ट दर्ज की गई। वहीं मामले में लगभग साढ़े चार वर्ष बाद अपर सत्र न्यायाधीश ने फैसला सुनाया। न्यायाधीश ने अभियुक्त अली रजा को पास्को एक्ट में 15 वर्ष की कैद और 50 हजार रुपये जुर्माना किया।
बुलेट ट्रेन से ढाई घंटे में पहुंचेंगे वाराणसी से दिल्ली वाराणसी. कोरोना काल में बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। वाराणसी-नई दिल्ली(865 किमी) रूट को लेकर डाटा कलेक्शन का टेंडर जारी होने के बाद अन्य कार्य भी तेज गति से शुरू हो चुके हैं। प्रस्तावित बुलेट ट्रेन वाराणसी से नई दिल्ली का सफर महज ढाई घंटे में तय होगा। 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलेगी। वहीं कॉरिडोर को लेकर भूमि अधिग्रहण की तैयारियां भी जोर पकड़ने लगी है। वाराणसी से लखनऊ, कानपुर, आगरा होते हुए नई दिल्ली तक बुलेट ट्रेन चलने का रूट प्रस्तावित है। इधर, वाराणसी से हावड़ा 760 (किमी) के बीच भी दूसरी बुलेट ट्रेन चलनी है। नेशनल हाई स्पीड ट्रेन कॉरपोरेशन इस प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य कर रहा है। एक तरह से देखा जाए तो वाराणसी से नई दिल्ली और वाराणसी से हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलने से व्यापारिक और पर्यटन की दृष्टि से काफी बेहतर हो जाएगा।
ताजनगरी के 23 स्थानों से गायब हुई एलईडी स्क्रीन आगरा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से पहले शहर में जागरूकता संदेश प्रचारित करने के लिए 23 स्थानों पर लगाई गईं एलईडी स्क्रीन अब गायब हो चुकी हैं। दरअसल, चार साल पहले 53 लाख रुपये लागत से प्रमुख स्थानों सहित चौराहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई थीं। इन पर जागरूकता संदेश प्रचारित होते थे। कुछ महीने तो इनका संचालन ठीकठाक हुआ लेकिन बाद में रखरखाव के अभाव में यह खराब होती गईं। यह एलईडी स्क्रीन आगरा विकास प्राधिकरण की पथकर निधि से लगवाई गई थीं। इनका संचालन पुलिस विभाग के पास था। इनके रखरखाव पर सालाना छह लाख रुपये का खर्चा आ रहा था। यह धनराशि कोई विभाग खर्च करने को तैयार नहीं था। ऐसी स्थिति में यह खराब हो गईं और अब गायब भी हो गई है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से सीजीएसटी की सुनवाई करने वाला देश का पहला ऑफिस बना कानपुर कानपुर. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड ने यूं तो अगस्त में सीजीएसटी से जुड़े सभी कार्यालयों में वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई अनिवार्य कर दी है लेकिन कानपुर का सीजीएसटी आफिस वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई करने वाला देश का पहला कार्यालय है। यहां सीजीएसटी आयुक्त मई 2020 से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपीलों की सुनवाई कर रहे हैं, जबकि उस समय इसे सिर्फ वैकल्पिक रूप से लागू किया गया है। कोरोना को देखते हुए अधिकारी और कारोबारी या उनके अधिवक्ता आमने सामने ना आएं, इसके लिए बोर्ड ने 27 अप्रैल 2020 को निर्देश दिए कि सभी केंद्रीय माल एवं सेवा कर (सीजीएसटी) कार्यालयों में सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से हो।सीजीएसटी कानपुर आयुक्तालय के आयुक्त पीके कटियार का कहना है कि उनके कार्यालय में इसे 25 मई से ही लागू कर दिया गया था।
बड़े गड्ढे में डूबने से युवक की मौत, पुलिस से भिड़े परिजन वाराणसी. वाराणसी के बेनियाबाग में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण चल रहा है। यहीं के रहने वाले मलिन बस्ती का किशोर राजकुमार दोस्तों के साथ खेलने गया था। इस दौरान वह गड्ढे में गिर गया और उसकी मौत हो गई। मौके पर चौक थाने की पुलिस पहुंची और शव निकलवाकर कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया। हादसे के बाद बस्ती के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। मोर्चरी से शव निकालने की मांग करने लगे। पुलिस ने भगाने की कोशिश की तो पत्थर फेंकने लगे। पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी को खदेड़ा। कोतवाली थानाध्यक्ष ने बताया कि वे लोग पोस्टमार्टम नहीं चाहते थे, इसलिए हंगामा कर रहे थे।
सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों से भिड़ गईं महिलाए, युवक को पकड़ने पर खदेड़ा कानपुर. शहर में पुलिस पर हमले की घटनाओं का सिलसिला कम नहीं हो रहा है, होमगार्ड की पिटाई कर वर्दी फाड़ने की घटना को अभी चौबीस घंटे भी नहीं हुए थे कि गोविंद नगर में युवक को पकड़ने गई पुलिस से महिलाएं भिड़ गईं। आक्रोशित महिलाओं ने सादी वर्दी में आई पुलिस को खदेड़ दिया, बाद में थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चोरी के मामले में पूछताछ किए जाने की जानकारी दी। गोविंद नगर थाना क्षेत्र की कच्ची बस्ती संजय नगर निवासी देशरानी ने बताया कि सीटीआई नहर में गाय गिर गई थी। महोल्ले कई युवकों के साथ मोनू पासवान रस्सी की मदद से गाय को बाहर निकाल रहा था। इस दौरान आए चार लोगों ने जबरन मोनू को दबोच लिया। महोल्ले के लोगों ने चारों को पकड़कर धक्का मुक्की की। इसपर उन लोगों ने मोनू के बंदूक लगाकर धमकी दी तो भीड़ इकट्ठा हो गई। महिलाओें के खदेड़ने पर चारों पुलिस की बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गए।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में काम कर रहे 16 मजदूर कोरोना पॉजिटिव वाराणसी. वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में काम करने वाले 16 मजदूर कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। प्रशासन यहां काम करने वाले सैकड़ों मजदूरों का एंटीजन टेस्ट करवा रहा है। बुधवार को 200 मजदूरों का रैपिड एंटीजन टेस्ट का नतीजा सामने आया है, इसमें से 16 मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. प्रशासन ने इन मजदूरों को क्वारनटीन सेंटर भेज दिया है। प्रशासन ने मजदूरों और सुपरवाइजरों को एहतियात बरतने को कहा है। प्रशासन ने कहा है कि काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाए और मजदूर बिना मास्क पहने काम न करें।