मनोकामना पूरी नहीं हुई तो व्यक्ति ने धार्मिक स्थल में लगाई आग बिजनौर. बिजनौर में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी मनोकामना पूरी न होने से अल्लाह से नाराज होकर गांव के एक धार्मिक स्थल में कथित तौर पर आग लगा दी। आरोपी भूरे, उर्फ इकराम ने नशे की हालत में पूरैनी गांव में आग लगाने की इस घटना को अंजाम दिया। नगीना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बिजनौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) धर्मवीर सिंह ने कहा कि इकराम धामपुर क्षेत्र के पडाली गांव का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि वह अक्सर धार्मिक स्थल पर आता-जाता रहता था। उसकी मनोकामना पूरी न होने से निराश होकर वह रात को नशे की हालत में भक्तों के लिए बनाए गए प्रसाद भवन में आग लगा दी। जला हुआ सामान देखकर ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने थाने में इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
लोगों को ईसाई धर्म अपनाने का लालच देने वाला यूपी का व्यक्ति पत्रिका न्यूज नेटवर्क महोबा. महोबा पुलिस ने लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए कथित तौर पर लुभाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान पनवाड़ी क्षेत्र के अलीपुरा निवासी आशीष जॉन के रूप में हुई है, जिसने कई लोगों को आर्थिक रूप से बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन की कोशिश की। आशीष ने करीब 20 साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था। कई दक्षिणपंथी संगठनों के पदाधिकारियों ने आशीष की गतिविधियों के बारे में शिकायत की और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया गया और उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण निषेध अध्यादेश, 2020 की धारा 3 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
कन्या सुमंगला योजना से 9.9 लाख लड़कियों को फायदा लखनऊ. कन्या सुमंगला योजना ने यूपी में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से 9.9 लाख से अधिक लड़कियों को लाभान्वित किया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि ‘मिशन शक्ति’ अभियान की मदद से योजना के तहत 1.55 लाख से ज्यादा नई लड़कियों को जोड़ा गया है। अगस्त माह में आयोजित स्वावलंबन शिविर के माध्यम से निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही योजनाओं के आवेदन भी स्वीकार किए गए हैं। इन सभी योजनाओं में नए लाभार्थियों को जोड़ा जा रहा है। 1 अप्रेल 2019 को कन्या सुमंगला योजना के लागू होने के बाद से, राज्य में लगभग 9.91 लाख लाभार्थियों को इस योजना के तहत फायदा मिला है। समान लिंगानुपात स्थापित करने, राज्य में कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह पर अंकुश लगाने और बेटियों को शिक्षा से जोडऩे के उद्देश्य से, इस योजना में एक लड़की को उसके जन्म के समय से शुरू होकर लगभग 15 वर्षों की अवधि में 15,000 रुपये का भुगतान करने की परिकल्पना की गई है। अंतिम किस्त का भुगतान तब किया जाता है जब उसे स्नातक या डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलता है। इस योजना के तहत चरणबद्ध तरीके से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। जन्म और पहले टीकाकरण पर क्रमश 2,000 रुपये और 1,000 रुपये की राशि दी जाती है। इसके बाद कक्षा 1 और 6 में प्रवेश के समय सभी को 2,000 रुपये दिए जाते हैं।
घर में घुसकर हत्या अमेठी. उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक युवक ने घर में घुसकर किशोरी की गला दबाकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे आरोपी युवक को ग्रामीणों ने दौड़ा लिया। जान बचाने के लिए आरोपी एक घर में घुस गया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। घटना रामगंज थाना क्षेत्र के खरगीपुर गांव की है। गांव के रहने वाले जग नारायण ने पुलिस को सुबह सूचना दी कि लक्ष्मी (15 साल) घर की छत पर सो रही थी। तभी एक युवक ने आकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। सूचना पर डॉयल-112 की टीम मौके पर पहुंची। इस बीच आसपास के लोगों ने हत्यारोपी को दौड़ाया, तो वो जान बचाकर एक घर में घुस गया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। आरोपी को वहां से पकड़ा गया।
आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत ललितपुर. बारिश के दौरान आकाशीय बिजली जनपद में कहर बरपा रही है। थाना बार अंतर्गत ग्राम पंचायत पुलवारा में रहने वाली मुन्नी (40) अपनी बेटी फूला (15) के साथ भैंस चराने के लिए खेत पर गई थीं। इस बीच बारिश होने लगी, जिससे बचने के लिए मां और बेटी खेत में एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गयीं। तभी जोरदार गरज के साथ आकाशीय बिजली उन पर आ गिरी। जिसकी चपेट में आकर मां बेटी की मौके पर ही मौत हो गयी। आस पास खेतों में काम कर रहे लोगों ने महिला के परिजनों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस व राजस्व अधिकारी खेत पर गए। मौका मुआवजा करने के बाद उन्होंने मां और बेटी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राजस्व अधिकारियों ने औपचारिकताओं के बाद अतिशीघ्र अनुमन्य आर्थिक सहायता मुहैया कराने का भरोसा दिलाया।
यूपी बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की अंक सुधार परीक्षा लखनऊ. यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की अंक सुधार की परीक्षा बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर कराई जाएगी। बोर्ड परीक्षा की तरह इसमें परीक्षार्थियों की संख्या नहीं होगी, लेकिन परीक्षा नजर रखने के लिए सभी तैयारियां बोर्ड परीक्षा की तरह ही की जाएगी। शासन ने भी संबंधित अधिकारियों को नकलविहीन व शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक को परीक्षा हर हाल में यूपी बोर्ड की तरह संचालित कराने को कहा गया है। सभी केंद्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट, उड़ाका दल और विशेष पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराना होगा। जनपद में हाईस्कूल व इंटर के 1504 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें हाईस्कूल के 851 व इंटरमीडिएट के 653 विद्यार्थी शामिल हैं।