कोरोना का संक्रमण जब बढ़ा, तो प्रदेश का शायद ही कोई जिला हो, जो इसकी चपेट में न आया हो। संक्रमण की दर सबसे ज्यादा सितंबर माह में रही। 4.2 प्रतिशत दर के साथ सबसे ज्यादा 68,235 मामले सितंबर में आए थे। अब प्रदेश का रिकवरी रेट 98.2 प्रतिशत है। सर्वाधिक 3.18 करोड़ लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है।
लखनऊ केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष प्रो. तूलिका चंद्रा ने बताया कि सबसे पहले पूल टेस्टिंग, प्लाज्मा थैरेपी प्रदेश में ही शुरू हुई थी। अब प्रतिदिन दो लाख लोगों का कोरोना टेस्ट हो सकता है। प्रदेश के 229 सरकारी व प्राइवेट लैब में जांच के प्रबंध हैं। अब एनआइवी पुणे की तर्ज पर यूपी में कोरोना जांच के लिए पहली बॉयो सेफ्टी लेवल (बीएसएल) फोर लैब स्थापित की जाएगी।
– 11 सितंबर, 2020 को कोरोना प्रदेश में पीक पर था, उस वक्त सर्वाधिक 7,103 मरीज मिले थे
– 17 सितंबर, 2020 को थे सर्वाधिक 68,235 एक्टिव केस
– 2 मंत्रियों – कमल रानी वरुण, चेतन चौहान की कोरोना से गई थी जान
– सबसे ज्यादा 81 हजार मरीज लखनऊ में मिले
– सबसे कम 1,318 मरीज हाथरस में मिले
– सबसे ज्यादा लखनऊ में 1186 मरीजों की जान गई थी
– सबसे कम 6 मौतें कासगंज में हुई