पश्चिमी विक्षोभ एक प्रकार का मौसम प्रणाली है जो उत्तर-पश्चिमी दिशा से भारत में आता है। यह एक जटिल मौसम प्रणाली है, जो उच्च दबाव क्षेत्र और कम दबाव क्षेत्र के बीच के अंतर से उत्पन्न होती है। जब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता है, तो यह आमतौर पर बारिश, ओले, और तेज हवाओं का कारण बनता है। यह भारतीय उपमहाद्वीप के मौसम पर गहरी छाप छोड़ता है, खासकर उत्तरी और पश्चिमी भारत में।
लखनऊ मंडल के समेत प्रदेशभर में बारिश का अलर्ट: पश्चिमी यूपी में गिरे तापमान के साथ मौसम बदला
बारिश और तापमान में गिरावटअतुल कुमार सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से लखनऊ में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा, तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे लखनऊ में राहत मिल सकती है। खासकर दिन के समय तापमान में गिरावट महसूस होगी, जिससे गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। हालांकि, रात के समय पारा 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है, जिससे हल्की गर्मी महसूस हो सकती है।
लखनऊ का मौसम सामान्यतः उष्णकटिबंधीय है, और यहां की गर्मी बहुत तीव्र होती है। गर्मियों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि सर्दियों में तापमान 5-7 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हालांकि, मानसून के दौरान लखनऊ में भारी बारिश होती है, जो शहर के मौसम को ठंडा और आरामदायक बनाती है। इस समय पश्चिमी विक्षोभ के कारण लखनऊ में बारिश और हल्की ठंडक के आसार हैं, जो लोगों के लिए राहत देने वाला हो सकता है। बारिश के कारण नमी भी बढ़ेगी, जिससे वातावरण में ठंडक का अनुभव होगा।
लखनऊ मंडल समेत सीतापुर में हल्की बूंदाबांदी ने कराया ठंड का एहसास, खुला मौसम
आगामी दिनों में लखनऊ में क्या बदलाव हो सकते हैं?मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आगामी दिनों में लखनऊ में मौसम में और बदलाव आ सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश की संभावना बनी रहेगी, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में सूर्य की किरणों से वातावरण में हल्की गर्मी भी महसूस हो सकती है, क्योंकि रात के समय पारा बढ़ सकता है। इसके अलावा मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि बारिश के दौरान सड़कों पर पानी भरने और जलजमाव की समस्या हो सकती है, जिससे यातायात में दिक्कतें आ सकती हैं। इसलिए, मौसम के इस बदलाव को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कृषि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश रबी फसलों के लिए लाभकारी हो सकती है, खासकर गेहूं, सरसों और जौ जैसी फसलों के लिए। किसानों को सुझाव दिया गया है कि वे अपनी फसलों की देखभाल करें और बारिश के पानी का सही उपयोग करें ताकि फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि हो सके।
यूपी में ठंड बढ़ने के साथ-साथ घना कोहरा और बारिश का अलर्ट, 27 दिसंबर तक गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना
लखनऊ में मौसम का असरलखनऊ के नागरिकों के लिए यह मौसम एक सुखद बदलाव लेकर आया है। गर्मियों के मौसम में जो उमस और गर्मी महसूस हो रही थी, अब उसमें कुछ राहत मिल सकती है। बारिश और ठंडक का मौसम शहरवासियों के लिए एक अच्छा अनुभव होगा। हालांकि, सड़क पर जलभराव और यातायात में रुकावट की संभावनाओं के कारण थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।