सुबह-सुबह जब लोग जागकर उठे, तो राजधानी लखनऊ घने कोहरे की चादर में लिपटी नजर आई। दोपहर तक यह सिलसिला जारी रहा। लोग सूरज के दर्शन को तरस गए। धूप निकली तो जरूर, लेकिन कुछ ही मिनटों में सिमट भी गई। जिससे सर्द हवाएं एक बार फिर लोगों को कांटे की तरह चुभने लगीं। वैसे जनवरी माह में मौसम में खूब उतार-चढ़ाव देखने को मिला। साल की शुरुआत में राजधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री दर्ज किया गया, तो वहीं सात जनवरी का दिन पिछले 12 वर्षों में सबसे गर्म रहा। उस दिन अधिकतम तापमान 28.9 डिग्री दर्ज किया गया। ठंड ने वापसी होते दर नहीं की। 15-20 जनवरी के बीच लखनऊ व आसपास के जिलों में अधिकतम तापमान 20-22 डिग्री तक दर्ज किया गया, तो न्यूनतम तापमान 10 के करीब रहा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र जेपी गुप्ता के मुताबिक आगामी दिनों में घना कोहरा व रुक-रुक कर गलन भरी हवाएं चलेंगी। 28 जनवरी तक लखनऊ समेत कई जिलों में न्यूनतम तापमान छह व सात डिग्री के आसपास रहेगा, वहीं अधिकतम तापमान 19 से 20 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। पश्चिम विक्षोभ के कारण यह बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अनुमान है कि कोहरा छटने के बाद भी धुंध और बादल आसमान पर कब्जा बनाए रहेंगे। वहीं, आचार्य नरेन्द्रदेव कृषि एवं प्रद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के मौसम विज्ञानी डॉ अमरनाथ मिश्र का कहना है कि अगले दो दिनों तक मौसम में किसी भी बदलाव की उम्मीद नहीं है। कोहरा छाया रहेगा व कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी की भी हो सकती है।